भिंड में खाद संकट को लेकर किसानों ने कलेक्ट्रेट चौराहे पर लगाया जाम, अन्नदाता किसान सड़कों पर लेटे।

भिंड में खाद संकट को लेकर किसानों ने कलेक्ट्रेट चौराहे पर लगाया जाम, अन्नदाता किसान सड़कों पर लेटे।
17 सौ रूपए तक की ब्लैक में बेची जा रही है डीएपी- किसान।
7 दिन में एक दिन कट रहा है टोकन, गेहूं की बाउनी हो रही प्रभावित।
मौके पर पहुंचे एसडीएम व पुलिस फोर्स।
भिंड जिले में लगातार अन्नदाता कहे जाने वाला किसान डीएपी खाद को लेकर दिन रात परेशान हो रहा है। पहले सरसों की फसल को लेकर कई दिनों तक खाद का इंतजार किया और खाद न मिलने के कारण सरसों की बाउनी देरी से हो पाई थी, कई किसानों की सरसों की फसल नहीं उगी जिस कारण गेहूं का रकबा भी बढ़ गया। अब गेहूं की फसल बाउनी को लेकर किसान पिछले एक सप्ताह से लगातार परेशान चल रहा है, किसानों का आरोप है कि उन्हें सप्ताह में एक बार टोकन दिया जा रहा है वही किसानों को मिलने वाला डीएपी खाद ब्लैक में 1700 रूपए का बेंचा जा रहा है, इतना ही नहीं किसान डीएपी खाद को लेने के लिए दूर दराज अंचल से आता है और रात भर भिंड में डेरा डालने के बाद खाद नहीं मिल पा रहा है, महिलाएं भी लाइनों में लगी देखी जा रही है जिसको लेकर किसानों ने आज कलेक्ट चौराहे पर जाम लगा दिया, कई किसान सड़कों पर लेट गए, किसानों को खाद दो खाद दो के नारे भी लगाए गए।
*जाम की सूचना पर मौके पर पहुंचे एसडीएम एवं पुलिस फोर्स!* भिंड जिले में गेहूं की फसल बाउनी को लेकर किसान डीएपी के लिए परेशान हो रहा है, डीएपी नहीं मिलने पर किसानों ने कलेक्ट्रेट चौराहे पर जाम लगा दिया, सूचना मिलने पर मौके पर देहात थाना प्रभारी मुकेश शाक्य पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे वहीं एसडीएम भिंड भी मौके पर पहुंचे जहां किसानों से चर्चा की तो किसानों ने कई आरोप लगाए, किसानों का कहना है कि उन्हें 7 दिन में एक बार टोकन दिया जा रहा है, उस पर भी तारीख नहीं डाली गई है, आज खाद मिलने के लिए बोला था, मगर आज भी खाद नहीं मिल रहा है, और कई किसान काफी दूरी से आते है और निराश होकर भी उन्हें लौटना पड़ रहा है, जिस पर भिंड एसडीएम ने कृषि अधिकारी से फोन पर बात की और जल्द ही डीएपी खाद की समस्या का समाधान कराने का किसानों को भरोसा दिलाया और जाम को खुलवाया।




