पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह आंखफुड़बा कांड के मरीजों से मिले, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन से हस्तक्षेप करने की करी मांग।
मोतियाबिंद सर्जरी में हुई गंभीर लापरबाही :डॉ. गोविन्द सिंह।

दरअसल मामला भिंड जिले के गोरमी क्षेत्र के कृपे के पुरा गांव का था जंहा 9 दिसंबर को ग्वालियर के कालरा हॉस्पिटल द्वारा आयोजित निशुल्क नेत्र शिविर ने करीब 9 लोगों के जीवन को अंधेरे में धकेल दिया। शिविर में मोतियाबिंद ऑपरेशन कराने वाले इन मरीजों की आंखों की रोशनी चली गई।ये सभी मरीज ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल (जेएएच) में भर्ती हैं, लेकिन लगातार उपचार के बाद भी उनकी हालत जस की तस बनी हुई है ,इन सभी मरीजों का हालचाल जानने के लिए मध्यप्रदेश के पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह आज जेएएच पहुंचे जहां उन्होंने पीड़ित मरीजों का हालचाल जाना।पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह से मरीजों ने और उनके परिजनों ने अपनी व्यथा साझा की। चपरा निवासी चिमेली बाई के बेटे मुकेश लोधी ने बताया कि उनकी मां ने 9 दिसंबर को कृपे के पुरा में आयोजित शिविर में मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराया था। ऑपरेशन के बाद उनकी आंखों से देखना बंद हो गया। 19 दिसंबर को उन्हें ग्वालियर के जेएएच में भर्ती कराया गया, लेकिन अब तक कई जांचें हो चुकी हैं और डॉक्टरों ने साफ कह दिया कि अब रोशनी लौटना मुश्किल है।डॉ. गोविन्द सिंह ने इस पूरे मामले को लीड कर रहे नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. छावनिया से भी चर्चा की ,डॉक्टर ने दबी जुबान में बताया कि कुछ मरीजों को हल्का फ़ायदा है ,कुछ मरीज अपनी रोशनी खो चुके है ,उन्हें बाहर भेजना पड़ सकता है। डॉ.सिंह ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि 9 लोगों को डॉक्टर ने अंधा बना दिया है और प्रदेश सरकार सो रही है।अभी तक किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं हुई। डॉ.सिंह ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से तुरंत हस्तक्षेप करने को कहा है।डॉ. सिंह के साथ मेंहगांव के कांग्रेस नेता राहुल सिंह भदौरिया,सुनील भदौरिया,आदित्य सिंह (मिंटू )सहित कई कांग्रेस नेता साथ रहे।




