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ईश्वर भक्ति से ही मानव समाज का कल्याण संभव : हरिश्चंद्र जी

ग्राम जखमौली में अष्ट महालक्ष्मी यज्ञ और भागवत कथा का विशाल आयोजन

भिण्ड। जिला मुख्यालय से 35 किमी दूर ग्राम पंचायत जखमौली में मां भगवती की असीम अनुकम्पा से अष्ट महालक्ष्मी यज्ञ का अनुष्ठान एवं भागवत कथा का भव्य आयोजन 21 से 30 अप्रैल तक किया जा रहा है। इस आयोजन के सूत्रधार मार्गदर्शक धर्म संस्कृति रक्षा संघ के संचालक श्री हरिश्चंद्र जी महाराज छोटीकाशी अनूपपुर शहर के हैं। जिनकी प्रेरणा से सभी ग्राम वासियों ने सामूहिक रूप से दान इखट्ठा कर यह अनुष्ठान कराया है।
यहां बता दें कि यह यज्ञ अनुष्ठान ग्राम जखमौली में सिंध नदी के किनारे संकट मोचन हनुमान मन्दिर गुफा पर किया जा रहा है। यज्ञ के सप्तम दिन गुरुवार को व्यासपीठ से श्री हरिश्चंद्र जी महाराज ने नरसिंह भगवान के अवतार और भक्त प्रहलाद की कथा का वर्णन करते हुए कहा कि हिरण्य कश्यप के आतंक से जब से धरती के धर्मानुरागी परेशान हो गए, साधु संतों को धार्मिक आयोजन में परेशानी आने लगी तो उसकी पत्नी कयाधु के गर्भ में भक्त पहलाद का आगमन हुआ और वह गर्भावस्था में नारद जी के यहां पहुंच गई। गर्भावस्था में नारद जी की भक्ति का समूचा ज्ञान गर्भ में ही प्रहलाद जी को मिल गया और जब वह बाहर निकले तो वही भक्ति के प्रति अपने अगाध श्रृद्धा लेकर नारायण-नारायण का जाप करते रहे, कई बार कष्ट में पडऩे के बाद भी ईश्वर का भजन नहीं छोड़ा। पिता हिरण्य कश्यप ने पाठशाला में भेजा, पहाड़ों से गिराया, हाथी से कुचलवाया, लेकिन फिर भी ईश्वर का नाम लेना उन्होंने बंद नहीं किया। भक्त प्रहलाद जहां भी जाते विद्यालय के बच्चों को भी अपनी तरफ से उनका भक्ति के प्रति प्रेरित कर लेते थे। महाराज कहते हैं कि अपने ही बालक को मारने के लिए हिरण्य कश्यप ने खम्बे में भगवान है कहकर भगवान की परीक्षा ली, तो भगवान खंबा तोडक़र प्रकट हो गए और वरदान के मुताबिक दिन में न रात में, न नर न पशु, कोई नहीं गर्जना करते हुए नरसिंह भगवान प्रकट हो गए और अपने जंघों पर रखकर हिरण्य कश्यप का वध कर दिया। उनके इस स्वरूप को देखकर तीनों लोक घबरा गए, देवताओं ने प्रार्थना की, लेकिन फिर भी उनका क्रोध शांत नहीं हुआ, जो प्रहलाद सामने गए तो उनका क्रोध शांत हो गया। ऐसे भक्त वत्सल भगवान जो भक्तों के हित के लिए पृथ्वी पर अवतार भी लेते हैं और भक्तों के कल्याण के लिए सदैव कृपा बरसाते रहते हैं। इसलिए मानव कल्याण के लिए सर्वोत्तम भक्ति मार्ग बताया है, जो परमात्मा की भक्ति में लीन हो जाता हैं वह संसार सागर से पार हो जाता हैं।
संगीत मय भागवत कथा और यज्ञ का सानिध्य में श्रोता मंत्रमुग्ध हो करके श्रवण कर रहे हैं। प्रतिरोज भण्डारे का लाभ लोगों को मिल रहा है। कई नेता और पत्रकारगण भी मौके पर पहुंच रहे हैं। भिण्ड से कांग्रेस के युवा नेता सचिन द्विवेदी ने पहुंचकर व्यासपीठ पर श्री हरिश्चंद्र महाराज का शॉल-श्रीफल से सम्मान किया। महाराजश्री ने भी सचिन द्विवेदी को आशीष प्रदान किया। कार्यक्रम में पत्रकार राजकुमार दुबे को भी महाराजश्री ने आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर हजारों की संख्या में श्रृद्धालु कथा का आनंद ले रहे थे।

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