
शस्त्र और शास्त्रों के संतुलित प्रशिक्षण से ही धर्म और राष्ट्र और गौ माता की रक्षा संभव है—स्वामी आदित्यपुरी महाराज।
भिंड शहर के मीरा कॉलोनी में स्थित निसांची राइफल शूटिंग अकादमी पर दिनांक 31/03/25 से 01/04/25 तक दो दिवसीय राइफल शूटिंग मैच का आयोजन हुआ मैच के बाद पुरस्कार वितरण समारोह में स्वामी आदित्यपुरी महाराज ने छात्रों को जीवन में शास्त्र या शस्त्र के महत्व को समझाते हुए कहा कि धर्म व राष्ट्र की रक्षा के युवा विद्यार्थियों के जीवन में शास्त्र के ज्ञान के साथ-साथ शस्त्र संधान का प्रशिक्षण होना भी समान रूप से अनिवार्य है, प्रत्येक युवा को सशक्त आत्म निर्भर राष्ट्र रक्षक होना चाहिए, एवं स्वामी जी ने महाभारत से लक्ष्य भेदन के लिए एकाग्रता का उदाहरण देते हुए गुरु द्रोणाचार्य द्वारा कौरव – पांडवों की लक्ष्य साधने परीक्षा वाला संवाद जिस में किस प्रकार ’अर्जुन ने चिड़िया आंख को ही एकाग्रता से भेदा था’ उस कथा को सुनाकर युवाओं में एकाग्रता के लिए उपदेश किया ही। साथ ही महाराज ने विद्यार्थियों को पुरस्कार वितरण किया जिसमें बालक वर्ग में प्रथम स्थान अनिकेत भदोरिया, द्वितीय स्थान धर्मवीर भदोरिया, तृतीय स्थान गिर्राज राजावत ने प्राप्त किया।
बही बालिका वर्ग में प्रथम स्थान रिया चौहान ने प्राप्त किया इस मोके पर गुरु अबनीस शर्मा जी, समाजसेवी रामराज पुरोहित जी, आशुतोष शर्मा, कृष्णा बोहरे, जलसिंह राजावत, विनीत तोमर, सुशील राजावत आदि उपस्थित रहे।




