सेवानिवृत्त बैंक मैनेजर भारद्वाज ने अपने ग्रह गांव का लिखा काव्य “गांव है आलीशान लहरौली”।

गाँव है आलीशान लहरौली, भिण्ड जिला दरम्यान, जानता जिसको सकल जहान |
1. भिण्ड जिले का एक बड़ा गाँव हैं, कुशवाह ठाकुरों का ये ठांव है,
पुरोहित भारद्वाज और पचोरी के हैं ये सभी यजमान।…… जानता।
2. अकोढ़ा, ऊमरी, ढोंचरा, बिलाव, कोट, ककहरा, सगरा, नयागांव,इन्हीं गांवों के पास टेहनगुर रोड पर है लहरौली शोभायमान।
3. बाबा टीकामदास थे यहीं के, चेला ये पूरनदास गुरुके,
गाँव के निकट, गुफा के खण्डहर, आज भी है विद्यमान …..जानता
4. एक रात बलाय औरत बन कर रोई थी, ग्राउन लम्बरदार की फौज बचाने दौड़ी थी।
सत्रह सगे भाई एक साथ मर गये, सिर्फ एक बचा नादान….. जानता
15. सन 59-60 में, यहाँ भूत डोला था, हिन्दी संस्कृत, अंग्रेजी तीनो में बोला था,
रात में स्कूल में इकट्ठे होते थे ग्राम्यजन, गाँव में बताता था, अपने 36 दुश्मन, देखकर गाँव की एकता, अखण्डता, भाग गया शैतान. जानता
16. शिक्षा की यहाँ उन्नति भारी, मिडिल एवं हाई-स्कूल बने सरकारी,शासकीय सावंत सिंह इण्टर कालेज की बिल्डिंग आलीशान.. जानता
7. डांणें और टुकड़िया पर बजरंगी मंदिर, थोक में है माता की मूर्ति सुंदर,
उत्तर में माँ वैष्णो देवी, दक्षिण में, डूंढ़ेश्वर स्थान….. जानता
8. टोला टोला को पहचानों, नाको और अथाई जानो, जानता
बाढ़ो, खेरो और फर्श है, सचमुच फर्श समान…जानता
9. वीर बहादुर यहाँ के दम्पत्ति, ब्रह्मचर्य जिनकी है सम्पति, पहलवान – जैकम, गुलाब से, भये यहाँ बलवान….. जानता
10. अब जानों सरपंचों की टोली, गोरे, रामज्ञा रामाधीन पचोरी,
बाली, कल्लू, लला, सुधा ध्रुव सिंह और मुनेश ने खूब सम्हाली कमान.. ..जानता
11. ढिटाई में पहले नंबर पर गोपाल ददू और लम्बर कक्कू थे, जीवन भर भूत से लड़े थे,
•गुरुनरायन पंडित ने कंचन की कुईया से निकालकर, बचाई गुरुदेव की जान…… जानता
12. लम्बे जबान थे हरचंद, पालसिंह, बाबू, दुलारे, लाठी चलाने में वीर सिंह थे न्यारे
कांवर चढ़ाने में रामबख्श दद्दू के मार न सका कोई मान..जानता
13. बंकट सिंह का निशाना अचूक, टोपीदार से ही शिकार किए अनेक, राकेश, जनवेद, नीरज, अपरवल और भगत हुए अध्यापक विद्वान…… जानता
14. बुद्धिमान है यहाँ के लोग, ब्रजराज पुरोहित खूब बतायें योग, रामदत्त रामज्ञा जैसे, यहाँ भये पुरुष महान….जानता
15. शौक कीर्तन का है यहाँ भारी, मुन्ना, मुग्धा, कृपाल नरहरी गावें दे दे तारी,
जयनरायन पंडित सप्तम के सुर में खीचते सुरीली तान… जानता
16. हल और बैल जोड़ी अब नहीं दिखते, गायों के झुंड आवारा भटकते,ट्रेक्टर से सारी खेती होती, छोड़के गन्ना, धान ….जानता
17. रामलीला में एक से एक कलाकार थे, स्वर्गीय यदुनाथ सिंह मास्टर रामायण बाचन के पहले सूत्रधार थे, मुन्ना सिंह रावण, मुन्ना पंडित कुंभकर्ण, मुन्नीलाल- सुमित राम-लक्ष्मण, श्रीकृष्ण परशुराम बनते थे। ककुआ रामनारायण बनते थे वाली और सुग्रीव, अब विध्वंस विधान …….जानता
18. पंजा लड़ाने में जैकम सिंहको जिलाजीत का रुतबा दिया,दीपक भारद्वाज ने तीन मिनट में पंजा जमीं में लगा दिया। मैंने अपने जीवन में नहीं देखा, दीपक सा बलवान.. जानता
19. बेटियों में सबसे आगे रहीं गुनसागर, निश्छल स्वभाव में मन्नूसिंह सबसे बढ़कर राजू बृजभूषण के वस-कट्टा ने दिलाई गाँव को एक नई पहचान… जानता
20. विज्ञान के विद्वान थे रामदीन शिक्षक, प्रिंसिपल होके यहीं से हुए रिटायर, धुआवंद भागवत करवाई, खोल दिये, दिल के अरमान.. जानता
21. गाँव में हुए हैं तीन क्लास वन अधिकारी, रामभुवन, जगराम, लालता सब पर भारी,
विजयराम ददू ने परगने की पंचायतों का किया सर्वाधिक निबटान ….. जानता
22. केशव बनकर भूत जंडेल पहलवान को ले गया, जसकंधा ताल में गाढ़ने को उद्यत हुआ।
सुंदर बाबा को शंका हुई, पंचम कक्कू दौड़े, बचा ली जंडेल की जान …. जानता
23. घुरंधर बघेल पर कासदेव बाबा आते थे, ढांक बजती थी रात के दो बज जाते थे।
उसी समय भूतों की बारात दिखती, जंगल के दरम्यान ….. जानता
24. बन्नाम, रामसिंह, फूलसिंह, लम्बर, चिंतामन, ककुआ, कृपा, श्रीनाथ, लला, मुन्नू,
हरविलास और झम्मन ये ही हुए हैं नामी गांव में, पहलवान घमासान।… जानता
25. कंधर, तेजसिंह, बर्मा, सुरेश, होंसला, गांव में करी वैद्यगीरी, गांव में बनाया घोंसला । एम.ए. अंग्रेजी में प्रथम श्रेणी लेकर, हाकिम सिंह ने बढ़ाई गांव की शान …………… जानता.
26. रामानंद की उपलब्धियां रही सब पर भारी, तीन-तीन नौकरी करी सरकारी ।
हरकक्षा में फर्स्ट डिवीजन, हर कॉलेज में मेरिट स्कॉलरशिप । पढ़ाई, वजीफा, नौकरी, तनख्वाह में स्थापित किये, रिकार्ड तोड़ कीर्तिमान ।……… जानता
27. सागर बाबा ने टुकड़िया पर भागवत कराई, पं. दाऊदयाल शास्त्री ने बांची ये भाई,
मोहिनी डाल दी पूरे गाँव पर मस्त हुआ हर जवान…………… जानता
28. प्रदीप टेंट हाउस का काम सुपर है, चिम्मन हलवाई की रसोई सुपर है।
जनवेद पुत्र, तहसीलदार सिंह ने झूछे किये, दो बार पुलिस के अरमान………….जानता
लहरौली में हुए हैं देखो, तीन-तीन रामानंद तीनों ही पढ़ने, कमाने में अव्वल रहे बिना किसी छल छंद।
पं. रामानंद भारद्वाज, लहरौली भिंड वाले (सेवा निवृत्त प्रबंधक पी. एन. बी. महाराणा प्रताप नगर भोपाल।




