विधिक सेवा दिवस के अवसर पर मैराथन दौड़ एवं विधिक जागरूकता प्रदर्शनी के माध्यम से विभिन्न कार्यक्रमों का हुआ आयोजन।

विधिक सेवा दिवस के अवसर पर मैराथन दौड़ एवं विधिक जागरूकता प्रदर्शनी के माध्यम से विभिन्न कार्यक्रमों का हुआ आयोजन।
न्यायोत्सवः विधिक सेवा सप्ताह के अंतर्गत विधिक सेवा दिवस के अवसर पर मैराथन दौड़ एवं विधिक जागरूकता प्रदर्शनी के माध्यम से विभिन्न कार्यक्रमों का हुआ आयोजन
माननीय प्रशासनिक न्यायाधिपति म.प्र. उच्च न्यायालय एवं कार्यपालक अध्यक्ष म.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के आदेशानुसार 04 नवम्बर से 09 नवम्बर 2024 तक विधिक सेवा दिवस के उपलक्ष्य में न्यायोत्सवः विधिक सेवा सप्ताह मनाया जा रहा है जिसमें विधिक सेवा योजनाओं के प्रचार-प्रसार एवं उक्त योजनाओं का लाभ देने के संबंध में विहित प्रक्रिया की जानकारी तथा जन सामान्य तक न्याय की पहुच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से साप्ताहिक जागरूकता/साक्षरता कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित की जा रही है।
इसी क्रम में विधिक सेवा दिवस के अवसर पर 17 बटालियन कंपाउण्ड से जिला न्यायालय भिण्ड तक मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया जिसके माध्यम से आमजनों में कानून की समझ को विकसित करने का प्रयास किया गया। उक्त मैराथन दौड़ का अभिवादन राजीव कुमार अयाची, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष द्वारा जिला न्यायालय में किया गया तथा मैराथन दौड़ को 17 बटालियन भिण्ड से मनोज कुमार तिवारी (सीनि.) विशेष न्यायाधीश द्वारा हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। मैराथन दौड़ की थीम ‘‘न्याय सबके लिए’’ तथा मैराथन दौड़ का उद्देश्य गरीब एवं वंचित वर्गों तक जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से नालसा एवं सालसा की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को पहुंचाना था।
इसी क्रम में जिला न्यायालय परिसर में विधिक जागरूकता प्रदर्शनी का आयोजन किया गया उक्त प्रदर्शनी का शुभारंभ राजीव कुमार अयाची, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष द्वारा फीता काटकर किया गया। उक्त प्रदर्शनी में नालसा एवं सालसा की योजनाएं जिनमें लोक उपयोगी सेवाओं के लिए स्थायी एवं निरंतर तथा नेशनल लोक अदालत, लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम योजना, शिक्षा का मूल अधिकार योजना, बाल विवाह निषेध अधिनियम, निःशक्तजन एवं उनके अधिकार, घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम, बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं, म.प्र. अपराध पीड़ित प्रतिकर योजना, मध्यस्थता क्यों, विधिक सहायता एवं सलाह, भारतीय संविधान में मूल कर्तव्य, प्ली बारगेनिंग, बंदियों के अधिकार, लीगल एड क्लीनिक, माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण-पोषण तथा कल्याण अधिनियम, लीगल एड डिफेंस काउंसिल स्कीम आदि के होर्डिंग लगाए गए जिसमें सरलतम भाषा में संपूर्ण जानकारी अंकित की गई थी जिससे आमजन कानूनी भाषा को आसानी से समझ सकें। उपरोक्त प्रदर्शनी में समस्त न्यायाधीशगण, विद्यालया के छात्र-छात्राएं, पैरालीगल वाॅलेंटियर्स, पैनल लायर्स, एलएडीसीएस के अधिवक्तागण, न्यायालयीन एवं जिला प्राधिकरण के कर्मचारीगण, सम्मिलित हुए।
उपरोक्त कार्यक्रमों में मनोज कुमार तिवारी, (जूनि.), संजीव सिंघल, दिनेश कुमार खटीक, अहमद रज़ा जिला न्यायाधीशगण एवं हिमांशु कौशल, जिला न्यायाधीश/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कमलेश भरकुंदिया, सीजेएम, पियूष भावे, जिला रजिस्टार चन्द्रशेखर राठौर, अभिजीत सिंह, विवेक माल, अनुभूति गुप्ता, न्यायाधीशगण, नेहा उपाध्याय, प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट, किशोर न्याय बोर्ड, सौरभ कुमार दुबे, जिला विधिक सहायता अधिकारी, विनीत मिश्रा, अध्यक्ष अभिभाषक संघ, हनुमंत बौहरे, चीफ काउंसिल उपस्थित रहे।
उक्त मैराथन दौड़ में शिवम तोमर, फिजीकल ट्रेनिंग कोच एवं अमित सिंह भदौरिया फिजीकल ट्रेनिंग कोच एवं उनकी टीम का विेशेष योगदान रहा।




