वाल्मीकि जयंती ज्ञान,भक्ति और कर्तव्य के मूल्यों का उत्सव है – रामशेष बघेल।

वाल्मीकि जयंती ज्ञान,भक्ति और कर्तव्य के मूल्यों का उत्सव है – रामशेष बघेल।
*कांग्रेस जनों ने जिला कार्यालय पर महर्षि वाल्मीकि जी की जयंती मनाई*
भिण्ड । एमजेएस कॉलेज के पास जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय पर महर्षि वाल्मीकि जी की कांग्रेस जनों ने बड़े ही श्रद्धाभाव के साथ जयंती मनाई।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामशेष बघेल ने कहा कि पौराणिक कथाओं के अनुसार,महर्षि वाल्मीकि जी पहले रत्नाकर नाम के डाकू थे। एक बार उन्हें देवऋषि नारद महामुनि जी मिले जिनकी प्रेरणा एवं मार्गदर्शन के बाद उन्होंने कठोर तप की किया और तपस्या में वह इतने लीन हो गए कि उनके शरीर पर दीमक जम गई, जिसके बाद श्री ब्रह्मा जी ने उन्हें वाल्मीकि नाम दिया। उन्होंने कहा कि यह दिन महर्षि वाल्मीकि जी के ज्ञान और तपस्या के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। श्री रामायण जैसे पवित्र महाकाव्य के रचयिता के रूप में उन्हें आदि कवि भी कहा जाता है। श्री वाल्मीकि जयंती ज्ञान,भक्ति और कर्तव्य के मूल्यों का उत्सव है,जो हमारे सम्पूर्ण मानव जीवन को जीना सिखाता है। अन्य वक्ताओं में वरिष्ठ कांग्रेस नेता रामरतन सिंह यादव दऊआ,जगत सिंह यादव,जिला संगठन मंत्री इरशाद अहमद आदि ने भी अपने विचार रखे। संचालन महेश कुमार जाटव एवं देवेंद्र सिंह नरवरिया एडवोकेट ने आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से जिला मीडिया प्रभारी पंकज त्रिपाठी, अरविंद सिंह यादव,रामस्वरूप गोयल,राजेंद्र सिंह यादव,धर्मेंद्र उपाध्याय,फेरन सिंह गुर्जर,राज कटारे,प्रमोद खण्डेलवाल,अनिकेत सिंह,रोहित अर्गल,संदीप बघेल, सुनील बघेल सहित कई कांग्रेसी जन उपस्थित रहे।




