रावतपुरा धाम की धार्मिक यात्रा पर्यावरण प्रेमी के नेतृत्व में रौन क्षेत्र के बच्चों को कराई गई।

पर्यावरण प्रेमी रामराज पुरोहित पेड़ पौधों की सेवा करने वाले रौन क्षेत्र के विभिन्न गांवों के बालक बालिकाओं को धार्मिक स्थल की यात्रा करवाने ले गए। सभी बालक बालिकाएं बस से धार्मिक स्थल रावतपुरा सरकार पहुंचे।
यहां सबने भगवान के दर्शन किए फिर गौशाला गए और वहां जाना कि गौमाता राष्ट्र के लिए कितनी उपयोगी है गौमाता का दूध के साथ साथ मूत्र और गोबर कितना अनमोल होता है।गौशाला से वहां साबुन,शैम्पू,फेस पैक,दूध,घी,मठा,मक्खन निर्मित हो रहा है।
सभी बालकों ने वहां प्रकृति के सौंदर्य को देखा पेड़ पौधों से क्या लाभ होता है यह भी जाना और अपने जन्मदिवस पर पौधा लगाने का संकल्प लिया।
इसके बाद चंबल संभाग के प्रसिद्ध बालाजी सूर्य मंदिर मिहोना और जमवाय माता के दर्शन किए।
रामराज पुरोहित (हमीरपुरा) ने बताया कि इस प्रकार की धार्मिक यात्राएं बालकों के सर्वांगीण विकास हेतु भी अत्यंत उपयोगी है।
प्रभु श्रीराम जी की कृपा से इस धार्मिक यात्रा में 56 बालक बालिकाओं को जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
इसमें समाजसेवी अविनाश शर्मा,पंचम सिंह,दीपेन्द्र चौहान,शत्रुघ्न रामायणी,योगेन्द्र शर्मा का सहयोग प्राप्त हुआ।




