भिंड किला की दीवार ढही, बड़ा हादसा टला,किले के अंदर ये कार्यालय है संचालित।

भिंड किला की दीवार ढही, बड़ा हादसा टला,किले के अंदर ये कार्यालय है संचालित।
18 वीं सदी में हुआ था किले का निर्माण।
भिंड जिले में लगातार हो रही बारिश से आम लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है वहीं कई मकान भी धराशाई हो गए हैं, जिले में हो रही लगातार बारिश के चलते प्राचीन 18 वीं सदी में बने भिंड किले की दीवार गिर गई।
भिंड की भदावर किले के नाम से मशहूर प्राचीन के लिए में अभी कई कार्यालय संचालित हैं जिनमें मुख्यत- होमगार्ड आपदा प्रबंधन, मत्स्य पालन, कृषि विभाग जैसे कार्यालय संचालित हैं। गनीमत यह रही की हादसा देर शाम हुआ है क्योंकि किले की जो दीवार गिरी है वो मुख्य दरवाजे के पास की दीवार है, जहां से कई लोगों का आना-जाना लगा रहता है, लेकिन जिस समय यह दीवार गिरी है उस समय सभी कार्यालय बंद हो जाते हैं नहीं तो हो सकता था बड़ा हादसा।
*18 वीं सदी में राजा ने कराया था किले का निर्माण!*
भिंड किला 18वीं शताब्दी में भदावर राज्य के शासक गोपाल सिंह भदौरिया ने बनवाया था। भिंड किले का स्वरूप आयताकार रखा गया था, प्रवेश द्वार पश्चिम में है। किले में कई विशाल भवनों का निर्माण कराया गया था, सबसे बड़ा भवन मुख्य दरवाजे के सामने है जिसे दरबार हाल कहा जाता है, उत्तर की ओर शिव मन्दिर बना है तथा प्रसिद्ध भिंडी ऋषि का मन्दिर भी किला परिसर में बना हुआ है।
भिंड से प्रदीप राजावत की रिपोर्ट।




