युवाओं को एड्स के प्रति जागरूक करने हेतु आयोजित की गई कार्यशाला।

शासकीय महाविद्यालय मेहगांव में संचालित रेड रिबन क्लब के अंतर्गत युवाओं में एड्स के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए ‘जय देवी शिक्षा प्रसार समिति भिंड’ के संयुक्त तत्वाधान में “अधिकारों की राह अपनायें- मेरा स्वास्थ्य, मेरा अधिकार” थीम पर कार्यशाला प्राचार्य डाॅ. आर.के. डवरिया के निर्देशन में आयोजित की गई। कार्यक्रम का संचालन प्रो. आर.के. शर्मा द्वारा करते हुए बताया कि ‘आज का युवा नशा एवं ड्रग्स लेने का आदी होता जा रहा है। लेकिन सुरक्षा के अभाव में एक ही सुई का कई युवा उपयोग करते हैं, तो वहां से एड्स फैलने की संभावना बढ़ जाती है। कार्यशाला में उपस्थित बृजेंद्र शर्मा( जिला समन्वयक, लिंक वर्कर परियोजना) ने बताया कि एड्स एक भयावह बीमारी जरूर है, लेकिन ‘सुरक्षा ही बचाव’ इसका एकमात्र साधन है। जरूरी नहीं कि एड्स असुरक्षित यौन संबंधों से ही हो, क्योंकि फैशन की दौड़ में युवा अपने पूरे शरीर पर टैटू भी बनवा रहे हैं, जो एड्स जैसी गंभीर बीमारी का मुख्य कारण भी हो सकते हैं। इसी क्रम में अधिकारों की बात करते हुए जितेंद्र शर्मा (जोनल सुपरवाइजर, एलडब्ल्यूएस) ने बताया कि किसी भी एड्स से प्रभावित स्त्री/ पुरुष की पहचान को उजागर करना कानूनी अपराध की श्रेणी में आता है, और उसे ऐसा करने पर दो वर्ष की सजा और एक लाख रुपए का जुर्माना भी हो सकता है। शिव शंकर शर्मा (जोनल सुपरवाइजर, एलडब्ल्यूएस) ने बताया कि भिंड जिला भी इस गंभीर बीमारी से ग्रसित होता जा रहा है। इसका मुख्य कारण रोजगार के लिए अन्य राज्यों में जाकर नौकरी करना। अज्ञानता वस या भूल चूक से इस वायरस से प्रभावित हो जाते हैं। फिर यह वायरस महिला के द्वारा पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ता चला जाता है। ज्योति शाक्य (जिला प्रबंधक, संपूर्ण सुरक्षा केंद्र) ने बताया कि महिलाओं को विशेष कर अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना चाहिए। महिलाओं को भी समय-समय पर अपने नॉर्मल टेस्ट करवाते रहना चाहिए। कार्यशाला में उपस्थित कृष्णकांत शर्मा (सीडब्ल्यूएस), राहुल सिंघानिया (सीडब्ल्यूएस) ने भी युवाओं को संबोधित करते हुए एड्स जैसे गंभीर वायरस से संबंधित फैली भ्रातियों पर चर्चा करते हुए छात्र-छात्राओं की जिज्ञासाओं का समाधान किया। कार्यक्रम के अंत में रेड रिबन प्रभारी डॉ. गिरिजा नरवरिया द्वारा सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि” हम नौजवान हैं, नादान नहीं ” आज की कार्यशाला की सफलता के लिए समस्त शैक्षणिक स्टाफ का सहयोग रहा।




