न्याय सभी के लिए भारतीय संविधान का लक्ष्य है।

गणतंत्र दिवस की 76वीं वर्षगांठ पर जिला न्यायालय परिसर, भिण्ड में मनोज कुमार तिवारी (सीनि.), विशेष न्यायाधीश द्वारा ध्वजारोहण कर झंडा वंदन किया गया तथा उपस्थित समस्त सम्मानीय न्यायाधीशगण, अधिकारियों, अभिभाषक संघ के पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा राष्ट्रगान का उच्चारण किया गया। अपने उद्बोधन में भारतीय संविधान सम्पूर्ण विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है, जिसमें कुल 22 अध्याय तथा 395 अनुच्छेद है को आज ही के दिन वर्ष 1950 में सम्पूर्ण भारत लागू किया गया था। भारतीय संविधान समस्त नागरिकों को अधिकार प्रदाय करते हुए उनके प्रवर्तन हेतु न्यायालयों की व्यवस्था करता है। भारतीय न्याय व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण अंग निःशुल्क विधिक सहायता है, जिसके अंतर्गत् आज ऐसे लोगों को अपना पक्ष न्यायालय में सक्षमता पूर्वक रखने का अवसर मिल रहा है जो गरीब या वंचित है।
उक्त अवसर पर मोहम्मद सैय्यदुल अबरार, प्रधान. न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय भिण्ड, मनोज कुमार तिवारी (सीनि.), विशेष न्यायाधीश भिण्ड, हिमांशु कौशल, जिला न्यायाधीश/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भिण्ड, समस्त सम्माननीय न्यायाधीशगण, विनीत मिश्रा, अध्यक्ष, अभिभाषक संघ एवं अभिभाषक संघ के पदाधिकारीगण एवं सौरभ कुमार दुबे, जिला विधिक सहायता अधिकारी जिविसेप्रा भिण्ड एवं समस्त लीगल एड डिफेंस काउंसिल्स भिण्ड एवं जिला प्राधिकरण का समस्त स्टॉफ उपस्थित रहा।




