विश्व पर्यावरण दिवस पर सुप्रयास ने रैली निकाल कर एवं वृक्षारोपण करके दिया, पर्यावरण संरक्षण का संदेश।

विश्व पर्यावरण दिवस पर सुप्रयास ने रैली निकाल कर एवं वृक्षारोपण करके दिया। पर्यावरण संरक्षण का संदेश।
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सामाजिक संस्था सुप्रयास एवं एसआरसीसी बाई डॉ रवि जैन द्वारा जागरूकता रैली निकाली गई जिसमें एक सैकड़ा से अधिक छात्राओं द्वारा पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया तथा गुड़हल एवं बोगनबिलिया की झाड़ियां का प्लांटेशन भी किया गया।
इस अवसर पर डॉ रवि जैन ने कहा कि प्रतिवर्ष अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्व पर्यावरण दिवस जून माह में मनाते हैं। इस खास दिन को मनाने की एक तारीख निर्धारित है। भारत समेत दुनियाभर में 5 जून को पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इस मौके पर विभिन्न देश अलग अलग तरीके से पर्यावरण को लेकर अपने नागरिकों को जागरूक करने के लिए कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं। पर्यावरण दिवस मनाने की नींव 1972 में पड़ी, जब संयुक्त राष्ट्र संघ ने पहला पर्यावरण दिवस मनाया था। पहला पर्यावरण सम्मेलन 5 जून 1972 को मनाया गया था, जिसमें 119 देशों ने भाग लिया था। स्वीडन की राजधानी स्टाॅकहोम में सम्मेलन हुआ। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने मानव पर्यावरण पर स्टाॅकहोम सम्मेलन के पहले दिन को चिन्हित करते हुए 5 जून को पर्यावरण दिवस के तौर पर नामित कर लिया।
छात्रों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए सुप्रयास के सचिव डॉ मनोज जैन ने कहा कि भारत समेत पूरे विश्व में प्रदूषण तेजी से फैल रहा है। बढ़ते प्रदूषण के कारण प्रकृति खतरे में हैं। प्रकृति जीवन जीने के लिए किसी भी जीव को हर जरूरी चीज उपलब्ध कराती है। ऐसे में अगर प्रकृति प्रभावित होगी तो जीवन प्रभावित होगा। प्रकृति को प्रदूषण से बचाने के उद्देश्य से पर्यावरण दिवस मनाने की शुरुआत हुई।
इस दिन लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया जाता है और प्रकृति को प्रदूषित होने से बचाने के लिए प्रेरित किया जाता है।
इस समय भीषण गर्मी है। पहले से लगाए हुई पौधे ही जल रहे हैं इसलिए आज हम प्रतीकात्मक रूप से पांच पौधों का रोपण कर रहे हैं पर हम सब संकल्प लेते हैं आने वाले दिनों में जैसे ही बारिश होगी दो दो पौधे रोपित करेंगे। और पर्यावरण को संरक्षण करने के लिए प्लास्टिक और पॉलिथीन आपको रीसायकल करने में अपना योगदान देंगे।




