मनुष्य को सदा धर्म के मार्ग पर चलना चाहिए : पं. भारद्वाज
दंदरौआ धाम परिसर में प्रवचन हो रहे हैं

भिण्ड। भगवान को केवल प्रेम से बांधा जा सकता है, वियोग में मनुष्य का बुढ़ापा बहुत शीघ्र आता है, वियोग में व्यक्ति बहुत शीघ्र बूढ़ा हो जाता है, क्योंकि वियोग में उसको ना पहनने की सुध रहती है ना ही भोजन की और वियोग में मनुष्य सभी कार्यों को भूल जाता है। यह उद्गार पं. रामेश्वर दयाल भारद्वाज ने दंदरौआ धाम परिसर में चल रहे प्रवचन के दौरान व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि संसार में जब भी आतंक होता है, तो आतंकवादी का अंत करने के लिए भगवान का अवतार होता हैं, आतंकवादी का अंत अच्छा नहीं होता हैं। भगवान की भक्ति से ही मनुष्य इस संसार की कठिनाइयों को आसानी से पार कर सकता है। इस सांसारिक जीवन में समस्या तो सभी मनुष्यों को आती हैं लेकिन जो मनुष्य ईश्वर की भक्ति करता हैं, जो मनुष्य धर्म को साथ लेकर चलते हैं उसे संसार के कठिन रास्तों से निकलना आसान हो जाता है, इसलिए मनुष्य को सदा धर्म के मार्ग पर चलना चाहिए। इस अवसर पर धाम के महंत महामण्डलेश्वर रामदास जी महाराज ने कहा कि संसार में मनुष्य को दूसरे जीवों के प्रति दया का भाव रखना चाहिए एवं सभी जीव का सहयोग करना ही मानवता कहलाती है। इस मौके पर मनोज भारद्वाज, रामबरन पुजारी, जलज त्रिपाठी, नरसी दद्दा सहित अनेक श्रृद्धालु मौजूद रहे।




