मोबाइल से बच्चों की आंखों को बचाने वाली दीपक ने डिवाइस की तैयार, राष्ट्रीय स्तर पर इंस्पायर अवार्ड में मिला पहला स्थान प्राप्त किया।

मोबाइल से बच्चों की आंखों को बचाने वाली दीपक ने डिवाइस की तैयार, राष्ट्रीय स्तर पर इंस्पायर अवार्ड में मिला पहला स्थान प्राप्त किया।
उदोतगढ़ सरकारी स्कूल के छात्र ने सैफ विजन डिस्टेंस सेंसर इन स्मार्टफोन आइडिया का प्रोजेक्ट किया था तैयार।
*चंबल के लाल ने किया कमाल!* भिण्ड जिला कभी डाकुओं के नाम से बदनाम हुआ करता था मगर अब भिंड के युवा शिक्षा खेल सहित हर क्षेत्र में जिले का नाम रोशन कर रहा है, ऐसा ही काम भिंड के दीपक वर्मा ने किया है जो सरकारी स्कूल के छात्र उन्होंने ऐसी डिवाइस तैयार की है जिससे मोबाइल चलाते हुए बच्चों की आंखों पर असर नहीं होगा, मोबाइल नजदीक लाने पर मोबाइल की लाइट बंद हो जाएगी। भिंड
जिले के अंतिम छोर व मुरैना वार्डर के किनारे लगे गांव उदोतगढ़ के शासकीय हायर सेकंडरी के छात्र दीपक वर्मा का अपने विद्यालय के गाइड टीचर मनोज कौशल और जिला स्तर पर सत्यभान भदौरिया के मार्गदर्शन में तैयार मॉडल का राष्ट्र स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिता 17-19 सितम्बर 2024 ITPO प्रगति मैदान,न्यू दिल्ली में सर्वश्रेष्ठ मॉडल के रूप पहले स्थान पर चयनित होने पर 19 सितम्बर को विज्ञान भवन, न्यू दिल्ली में पुरुस्कृत किया गया।
जिसमें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के कई पदाधिकारिओं की मौजूदगी में पुरुस्कार एवं सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
*भोपाल में भी 10 श्रेष्ठ मॉडल में दीपक के मॉडल को मिला था स्थान!* LNCT UNIVERSITY BHOPAL में जुलाई माह में आयोजित राज्य स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था, जिसमें कक्षा 12 वीं के छात्र दीपक वर्मा के माॅडल सहित कुल 10 श्रेष्ठ मॉडल्स का चयन इंस्पायर अवार्ड मानक योजना 2022-23 के अन्तर्गत आयोजित होने वाली राष्ट्र स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी एवं प्रोजेक्ट प्रतियोगिता 2024 के लिए चयन हुआ था जिसमें उनके मॉडल को इंस्पायर अवार्ड योजना में प्रथम स्थान मिला है।
*दीपक का हुआ गांव में स्वागत!*
दीपक वर्मा को यह उपलब्धि मिलने के बाद गांव उदोतगढ़ पहुंचने पर ग्रामीणों ने उनका ढोल नगाड़ों एवं फूल मालाओं से भव्य स्वागत किया, दीपक वर्मा के चाचा ने कहा कि यह हम सबके लिए ही नहीं बल्कि समस्त भिंड वासियों के लिए गौरव की बात है, दीपक वर्मा साधारण परिवार से हैं उनके पिता मजदूरी करते हैं, दीपक ने इसका श्रेय अपने परिवार वालों और गाइड टीचर को दिया है।
भिंड से प्रदीप राजावत की रिपोर्ट।




