नशा नाश की जड़ है इससे सदैव दूर रहना चाहिए : निराला
अंतर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस पर संगोष्ठी आयोजित

मिहोना। अंतर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस के अवसर पर मप्र जन अभियान परिषद रौन के ब्लॉक समन्वयक सुनील चतुर्वेदी के निर्देशन तथा गंगाधर बरुआ लोक कल्याण प्रसार समिति के तत्वावधान में रविवार की शाम को गल्ला मण्डी मिहोना स्थित मॉर्निंग ग्लोरी ग्लोबल स्कूल में नशामुक्ति को लेकर वृहद संगोष्ठी आयोजित की गई।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में वरिष्ठ साहित्यकार हरीबाबू निराला ने कहा कि हम सभी को अपने जीवन में नशा से दूर रहना चाहिए, नशा से लोग विभिन्न प्रकार की बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं। अर्थात नशा नाश की जड़ है। उन्होंने कहा कि नशा करने वाला व्यक्ति अपराधी प्रवृत्ति का होता है, उसे अपराध करने में इंच मात्र का संकोच नहीं होता। उन्होंने अपनी प्रसिद्ध नशा विरोधी रचना पढ़ कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। कविता के माध्यम से निराला ने कहा कि जर्दा, सुपारी, गांजा, भांग पी रहे हैं, कई तो केवल शराब के नशे में जी रहे हैं, यह समझदारी जनता में आ नहीं सकती तो भारत से गरीबी भी जा नहीं सकती, गरीबी का लोग खुद ही काम कर रहे हैं, सरकार को व्यर्थ में बदनाम कर रहे हैं।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में महिला समाजसेवी निशा राजावत, विशिष्ट अतिथि पूर्व पार्षद अनिल बोहरे मिहोना उपस्थित रहे। संचालन युवा समाजसेवी एवं परामर्शदाता रमाकांत दीक्षित तथा आभार प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजक प्रेम नारायण बरुआ ने किया। इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने जीवन में नशा नहीं करने का संकल्प लिया।



