मड़ीखेड़ा बांध से पानी छोड़े जाने के बाद कलेक्टर के द्वारा 33 गांव को अलर्ट जारी, 3 वर्ष पुरानी बाढ़ आपदा लोगों को आई याद।

मड़ीखेड़ा बांध से पानी छोड़े जाने के बाद कलेक्टर के द्वारा 33 गांव को अलर्ट जारी, 3 वर्ष पुरानी बाढ़ आपदा लोगों को आई याद।
ग्रामीणों का आरोप ना उन्हें विस्थापित किया ना मिला मुआवजा।
*कलेक्टर ने नदी में पानी छोड़े जाने की सूचना करी जारी!* दरअसल भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के द्वारा एक सूचना जारी की गई है जिसमें सिंध नदी के किनारे बसे करीब 33 गांव को अलर्ट जारी कर कहा गया है कि सिंध नदी से दूर रहें क्योंकि सिंध नदी में करीब 1000 क्यूसेक पानी मड़ीखेड़ा बांध से छोड़ा गया है।
*लोगों को बाढ़ की संभावना से सताने लगी चिंता!*
कलेक्टर के द्वारा अपनी छोड़े जाने की सूचना के बाद से ही नदी किनारे बसे गांवों के ग्रामीणों को 3 वर्ष पुरानी बाढ़ आपदा की याद ताजा हो गई और उन्हें चिंता भी सताने लगी है। जी हां हम बात कर रहे हैं भिंड जिले के सिंध नदी के किनारे बसे टेहनगुर जखमोली, खेरा श्यामपुरा सहित उन तमाम गांवों की जो बाढ़ प्रभावित हैं, जहां
ग्रामीणों का कहना है कि 3 वर्ष पूर्व आई बाढ़ आपदा में उनका सब कुछ तबाह हो गया था, घर, मकान, अनाज, घर गृहस्ती का सामान, पशु कुछ भी नहीं बचा था, पूरी तरह से वह बर्बाद हो गए थे और उस समय उनके आंसू पोंछने के लिए विधायक, सांसद, मंत्री कलेक्टर सभी लोग आए और उन्हें मुआवजा सहित अन्य सुविधाओं का वादा किया था इतना ही नहीं उन्हें विस्थापित करने की भी बात कही गई थी मगर तीन बर्ष बीत जाने के बाद ना तो उनका विस्थापन हो पाया है और ना ही उन्हें कोई मुआवजा मिला है।
*तीन वर्ष पहले आई बाढ़ के बाद विस्थापित करने की बात भी नहीं हुई पूरी!*
खेरा, श्यामपुरा के ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें जनप्रतिनिधियों और अधिकारीयों के द्वारा विस्थापित करने और मुआवजा दिलाने जैसे कई वादे किए थे, आश्वासन मिला था मगर वह भी झूठा साबित हुआ है, आज फिर उनके क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात बनने की संभावना है लेकिन 3 वर्ष बीत जाने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है।
*कांग्रेस ने कहा सरकार की झूठे वादे, वहीं भाजपा ने कहा सरकार करती है हर संभव प्रयास!*
बाढ़ प्रभावित गांवों को लेकर भाजपा एवं कांग्रेस के जिला अध्यक्षों के बयान भी आए हैं, कांग्रेस जिला अध्यक्ष मानसिंह कुशवाहा ने कहा कि पिछली बार बाढ़ के समय जो सरकार एवं जनप्रतिनिधियों ने बाढ़ प्रभावित लोगों से वादे किए थे वह सब झूठे साबित हुए, लोग आज भी परेशान हैं। वहीं भाजपा जिला अध्यक्ष देवेंद्र सिंह नरवरिया ने कहा है कि बाढ़ से निपटने के लिए सरकार हर संभव प्रयास करती है रही बात विस्थापन की तो लोग बाढ़ के समय तो ऊपरी क्षेत्र में आ जाते है मगर बाढ़ उतरने के बाद फिर से अपनी जगह पर पहुंच जाते हैं इसलिए उनका विस्थापन नहीं हो पा रहा है।
भिंड से प्रदीप राजावत की रिपोर्ट।




