“यूजीसी-राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा में पहली बार शामिल किया गया आयुर्वेद का विषय”।

“यूजीसी-राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा में पहली बार शामिल किया गया आयुर्वेद का विषय”।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) के माध्यम से राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET) आयोजित करता है। NET वर्ष में दो बार, जून और दिसंबर में आयोजित की जाती है।विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों के आधार पर, आयोग ने 25 जून, 2024 को आयोजित अपनी 581वीं बैठक में दिसंबर 2024 से यूजीसी-नेट के विषयों की मौजूदा सूची में “आयुर्वेद जीवविज्ञान” को एक अतिरिक्त विषय के रूप में जोड़ने का निर्णय लिया है। नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन स्टूडेंट फोरम(नीमा छात्र संघ ) के राष्ट्रीय संयोजक डॉ हरेन्द्र भदौरिया का कहना है कि आयुर्वेद को मुख्य धारा में जोड़ने के लिए ये एक अच्छी पहल है।इस कदम से उच्चशिक्षा प्राप्त अभ्यर्थी आयुर्वेद का अध्ययन कर उसे समझ पाएंगे।इससे आयुर्वेद और उसके सिद्धान्तों को लेकर आम जनता में भी जागरूकता बढ़ेगी।आयुर्वेद के अध्ययन और अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा और इस क्षेत्र के विद्यार्थियों को उनकी योग्यता और कौशल को पहचानने का एक नया मंच मिलेगा। यह निर्णय आयुर्वेदिक शिक्षा के महत्व को समझते हुए और इसे अधिक सम्मानित बनाने की दिशा में एक कदम है। इससे आयुर्वेद के प्रति जागरूकता और रुचि बढ़ेगी और इस प्राचीन चिकित्सा पद्धति के प्रति एक नई उत्सुकता जागृत होगी।




