श्रावण मास के पहले सोमवार को भिंड जिले के वनखंडेश्वर,वौरेश्वर, ढुंड़ा महादेव मंदिर लहरौली सहित सभी शिवालयों में भक्तों का लगा तांता।
श्रावण मास के पहले सोमवार को भिंड जिले के वनखंडेश्वर,वौरेश्वर, ढुंड़ा महादेव मंदिर लहरौली सहित सभी शिवालयों में भक्तों का लगा तांता।
हरिद्वार एवं श्रंगीरामपुर से जल भरकर लाए कांवरिया।
श्रावण मास के महीने में हर कोई शिव भक्ति में डूबा नजर आ रहा है। बात करें भिंड जिले की तो श्रावण मास के पहले सोमवार को वनखंडेश्वर मंदिर भिंड, वौरेश्वर धाम एवं ढूंड़ा महादेव मंदिर लहरौली सहित सभी शिवालयों में दर्शन के लिए भक्तों की लंबी कतारें लगी नजर आ रही हैं, वही कांवरिया भी हरिद्वार एवं श्रृंगी रामपुर से जल लाकर शिव मंदिरों पर चढ़ा रहे हैं।
ऐसे ही भिंड जिले के लहरौली में एक प्राचीन ढूंड़ा महादेव मंदिर पर भी ना सिर्फ दर्शन के लिए भक्तों का तांता लगा हुआ है बल्कि श्रृंगी रामपुर से कई कांवरिया कांवर में जल लेकर आए हैं और जल चढ़ाने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। प्राचीन ढूंड़ा महादेव मंदिर लहरौली के बारे में स्थानीय लोग बताते हैं कि बरसों पहले बाढ़ के समय मंदिर कटाव की ओर था और शिवलिंग को दूसरी जगह ले जाने का प्रयास किया, मगर उसकी गहराई तक नहीं पहुंच पाए, तभी से मंदिर के प्रति लोगों की आस्थाएं और बढ़ गई। ऐसी मान्यता है कि यहां आने वाले भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती है।




