स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार : समाज की प्रगति की नींव – सीएमएचओ डॉ यादव।

स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार : समाज की प्रगति की नींव – सीएमएचओ डॉ यादव।
“नारी स्वस्थ तो परिवार स्वस्थ, और परिवार स्वस्थ तो समाज सशक्त” इसी विचार को आधार बनाकर 29 सितम्बर 2025 को ज़िला भिण्ड में स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान के अंतर्गत भव्य स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया गया। यह अभियान केवल स्वास्थ्य जांच तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह महिलाओं और किशोरियों को उनके जीवन से जुड़े हर उस पहलू से अवगत कराने का प्रयास था, जो उन्हें आत्मनिर्भर, सजग और सशक्त बना सके।
इस विशेष दिवस पर ज़िले के विभिन्न संस्थानों और विद्यालयों में स्वास्थ्य शिविर लगाए गए, जिनमें 300 से अधिक महिलाओं एवं छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। यहाँ पर हेमोग्लोबिन, एन.सी.डी., मानसिक स्वास्थ्य, टी.बी. और एच.आई.वी. जैसी गंभीर बीमारियों की जाँच की गई। साथ ही पोषण परामर्श, परिवार नियोजन की जानकारी और स्वास्थ्य कार्ड वितरण भी किया गया।
इन शिविरों में जिले के समर्पित चिकित्सा अधिकारी, नर्सिंग स्टाफ, एएनएम और सपोर्ट स्टाफ ने अपनी सेवाएँ दीं।
उदयपुरा कॉलेज में डीआइओ डॉ. गौरव भटनागर और उनकी टीम, सदर बाजार कॉलेज में डॉ. विवेक निगम और सहयोगी, लक्ष्मी बाई स्कूल में डॉ. विनिता सिंह और उनकी टीम, स्वरूप विद्या निकेतन में महिला चिकित्सक डॉ. रेणु शर्मा व डॉ दलवीर ने सेवाएं दीं।
*स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार : समाज की प्रगति की नींव*
“नारी स्वस्थ तो परिवार स्वस्थ, और परिवार स्वस्थ तो समाज सशक्त” इसी विचार को आधार बनाकर 29 सितम्बर 2025 को ज़िला भिण्ड में स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान के अंतर्गत भव्य स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया गया।
यह अभियान केवल स्वास्थ्य जांच तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह महिलाओं और किशोरियों को उनके जीवन से जुड़े हर उस पहलू से अवगत कराने का प्रयास था, जो उन्हें आत्मनिर्भर, सजग और सशक्त बना सके।
मॉनिटरिंग का दायित्व जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ डी.के. शर्मा ने निभाया, जिन्होंने हर स्थल पर कार्य की गुणवत्ता और अनुशासन सुनिश्चित किया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जे. एस. यादव ने कहा कि “नारी स्वास्थ्य ही समाज का वास्तविक स्वास्थ्य है। यदि बेटियाँ और माताएँ स्वस्थ होंगी तो परिवार में समृद्धि और समाज में प्रगति स्वतः सुनिश्चित होगी।”
यह अभियान केवल एक दिन का आयोजन नहीं, बल्कि समाज को यह संदेश देने का प्रयास है कि नारी शक्ति को संबल तभी मिलेगा जब उसका स्वास्थ्य सुरक्षित होगा।
स्वस्थ नारी ही सशक्त परिवार और उज्ज्वल भविष्य की जननी है। भिण्ड जिले में आयोजित यह अभियान इस तथ्य का जीवंत उदाहरण है कि जब चिकित्सा अधिकारी, स्वास्थ्यकर्मी और समाज मिलकर कार्य करते हैं तो सकारात्मक बदलाव निश्चित होता है। यह अभियान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।




