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कलेक्टर ने फूप वार्डों का किया दौरा और स्वास्थ विभाग के साथ नगर परिषद को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।

कलेक्टर ने फूप वार्डों का किया दौरा और स्वास्थ विभाग के साथ नगर परिषद को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।

75 मरीज को प्राथमिक उपचार के बाद स्वास्थ्य लाभ लेकर घर पहुंचे – मुख्य चिकित्सा स्वास्थ अधिकारी।

स्वास्थ विभाग ने वार्ड क्रमांक 5 और 6 के निवासियों के लिए एडवाइजरी जारी की।

पानी को उबालकर पिएं और सुरक्षा की दृष्टि से टैंकर से पीने का पानी दिया जा रहा है

कलेक्टर भिण्ड  संजीव श्रीवास्तव ने नगर परिषद फूप के वार्डों का दौरा कर उल्टी, दस्त से प्रभावित मरीजों एवं उनके परिजनों से चर्चा कर कुशलक्षेम जाना और स्वास्थ विभाग के साथ नगर परिषद को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।
उन्होंने प्रभावित क्षेत्र में टेंकर से पानी की सप्लाई करने निर्देश दिए।

खण्ड चिकित्सा अधिकारी फूप डॉ. सिद्धार्थ चौहान द्वारा अवगत कराया गया कि दिनांक 10 जून 2024 को प्रातः 10 बजे उल्टी एवं दस्त रोग का मरीज ओ.पी.डी. में इलाज हेतु आया जिसे भर्ती कराकर इलाज प्रारंभ किया गया। ओ.पी.डी. सायं 4 बजे तक 22 केस उल्टी एवं दस्त रोग के सामु.स्वा. केन्द्र, फूप के प्रतिवेदित हुए। डॉ. सिद्धार्थ चौहान द्वारा इलाज के दौरान पाया गया कि अधिकतर मरीज 5 एवं 6 वार्ड के निवासी हैं। उक्त तथ्य को संज्ञान में रखते हुए उनके द्वारा अलर्ट जारी कर जिला स्तर पर सीएमएचओ एवं आईडीएसपी शाखा को सूचित किया गया तथा सायं 06 बजे संबंधित पार्षदों की बैठक कर सभी को सावधानियां बरतने संबंधी निर्देश प्रसारित किए गए।
इस प्रकार दिनांक 10 जून को उल्टी दस्त के 42 मरीज, दिनांक 11 जून को 24 मरीज एवं 12 जून को 18 मरीज भर्ती हुए जिनका सफलतापूर्वक उपचार कर 75 मरीजों को दवाओं के साथ डिस्चार्ज किया गया तथा 06 मरीजों को गंभीर स्थिति होने के कारण रेफर किया गया। वर्तमान में 03 मरीज सामु.स्वा. केन्द्र, फूप में उपचाररत हैं।
विभिन्न समाचार पत्रों के माध्यम से यह ज्ञात हुआ है कि उल्टी दस्त के 03 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है उक्त संबंध में लेख है कि मरीज बैजनाथ उम्र 76 वर्ष पूर्व से टी.बी. एवं किडनी की बीमारी से ग्रसित थे, तथा ऑक्सीजन लेबल 30 प्रतिशत होने से अस्पताल शिफ्ट किया गया तथा रात्रि 10.30 बजे स्थिति खराब होने पर जिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया। जिला अस्पताल से ग्वालियर मेडिकल कॉलेज जाते समय रास्ते में दिनांक 11 जून को उनकी मृत्यु हो गई।
दूसरे मृतक आशाराम उम्र 84 वर्ष के घरवालों से जानकारी लेने पर बताया गया कि दिनांक 08 जून को शाम के वक्त पेट में दर्द होने की शिकायत होने पर उनके द्वारा आर.एम.पी. चिकित्सक से इलाज लिया गया, दूसरे दिन सुबह 07 बजे के लगभग सीधे जिला चिकित्सालय ले गए जहां पर सायं 4.30 बजे उनकी मृत्यु हो गई।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा अपील की गई है कि पानी को उबालकर ठंडा कर पियें तथा उल्टी दस्त के कोई भी लक्षण होने पर तुरंत पास के चिकित्सालय में जाकर इलाज प्राप्त करें।

सर्वाधिक प्रभावित वार्ड नं. 5 में पानी तीन साधनों के जरिये प्रदाय किया जाता है, नई पाईप लाईन, पुरानी पाईप लाईन, हैण्डपंप।
नई पाईप लाईन से आधा घण्टा रोज जल प्रदाय किया जाता है, पुरानी पाईप लाईन से 2 घण्टा।
पानी के प्रदूषित होने की शिकायत पुरानी पाईप लाईन के बारे में की गयी है। नई एवं पुरानी पाईप लाईन के पानी के सैंपल लिये जाकर जांच हेतु भेजे गये हैं। दिनांक 12 जून 2024 को कलेक्टर भिण्ड श्री संजीव श्रीवास्तव द्वारा प्रभावित क्षेत्र का भ्रमण किया गया। भ्रमण के दौरान जिस पानी को दूषित बताया जा रहा था कलेक्टर द्वारा उस हैण्डपंप के पानी को सबके सामने पीकर स्वयं देखा गया। पानी के सप्लाई की जिम्मेदारी कल्याण टोल इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड इंदौर को मध्यप्रदेश अर्बन डबलपमेंट कंपनी द्वारा दी गयी है। जिसके विरूद्ध सैंपल प्रदूषित पाये जाने पर कार्यवाही की जावेगी। तात्कालिक रूप से नगर परिषद फूप के जल प्रदाय प्रभारी नीरू सिंह बघेल को निलंबिल करने हेतु परिषद को निर्देशित किया गया है तथा घटना की जानकारी समय पर नहीं दिये जाने के कारण पटवारी को निलंबित किया गया। नगर परिषद कार्यालय के सामने बॉल्व के नाली के समीप होने के कारण वहां सीमेंट का घेरा बनाने के निर्देश दिये गये।
वर्तमान में उचित पानी की आशंका को निर्मूल करने के लिये प्रभावित क्षेत्र में टेंकर से पानी की सप्लाई की जा रही है।

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