प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस भिंड में विवेकानंद युवा शक्ति मिशन के तहत साप्ताहिक कार्यक्रम आयोजित।

प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस भिंड में विवेकानंद युवा शक्ति मिशन के तहत साप्ताहिक कार्यक्रम आयोजित।
मध्य प्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग भोपाल के निर्देशानुसार प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस शासकीय एमजेएस स्नातकोतर महाविद्यालय भिंड में प्राचार्य डॉ.आर.ए.शर्मा के मार्गदर्शन में एवं विवेकानंद कैरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ के अंतर्गत डॉ आशीष गुप्ता के निर्देशन में 06 फरवरी से 13 फरवरी 2025 तक स्नातक और स्नातकोत्तर के विद्यार्थियों को शामिल कर विवेकानंद युवा शक्ति मिशन की पी.पी.टी., वीडियो के प्रदर्शन से जानकारी वितरित की गई।
सर्वप्रथम प्रधानमंत्री के ज्ञान पर ध्यान (ज्ञान, गरीब, युवा, अन्नदाता ,नारी शक्ति,) के वाक्य के साथ युवा शक्ति मिशन का प्रस्ताव और प्रस्तावना को समझाया गया इसके पश्चात मिशन का उद्देश्य आत्मविश्वास एवं उद्यमिता, शिक्षा कौशल प्रदान करना एवं युवाओं कोरोजगार हेतु तैयार करना ,मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के माध्यम से युवा कल्याण को बढ़ावा देना, अर्थव्यवस्था में सभी को सम्मानजनक स्थान देना, खेल संस्कृति और पर्यावरण के क्षेत्र में युवाओं की भागीदारी बढ़ाना। इसके पश्चात लक्ष्य समूह और मिशन के लक्ष्य को समझाया गया।
प्रत्येक व्यक्ति की आय का स्तर कम से कम कुशल न्यूनतम दर के बराबर होना चाहिए प्रत्येक युवा कक्षा 12वीं तक के स्तर तक शिक्षा पूरी कर रहा हो यह लक्ष्य 2030 तक रखा गया है प्रत्येक युवक को समाज के हित में सामाजिक पहल का हिस्सा बनना आदि पहलुओं को समझाया गया मिशन के वाक्य में संवाद सामर्थ और समृद्धि पर भी चर्चा की गई और मिशन का उद्देश्य आत्म दीपों भवः की सूक्तिसार को समझाया गया।
कार्यक्रम में मिशन के प्रथम स्तंभ में ’’संवाद’’ – इसके अंतर्गत सक्रिय कैरियर परामर्श में कर्म का महत्व, युवाओं की मध्य शिक्षा और कौशल विकास में गुणवत्ता ,उपयोगिता, दक्षता, स्थिरता, समयबद्धता की विचार को बढ़ावा ,युवाओं में नेतृत्व को बढ़ाते हुए उनमें सामाजिक योगदान की धारणा विकसित करना, द्वितीय स्तंभ में शिक्षा को समझाते हुए – शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार पीएम कॉलेज आफ एक्सीलेंस, सी.एम.राइज स्कूल, तकनीकी का आधिकारिक प्रयोग कर विद्युत और डिजिटल यूनिवर्सिटी को समावेश करना, प्रत्येक संभागीय मुख्यालय में कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना, उद्योगों और उद्योग से जुड़े प्रशिक्षण संस्थानो की स्थापना, तृतीय स्तंभ के अंतर्गत क्षमता संवर्धन को समझाया गया इसके तहत वैश्विक प्रतिस्पर्धा की मानकों के अनुसार म.प्र. के प्रत्येक व्यक्ति का आय मानक कौशल न्यूनतम दर के समान करना, निजी क्षेत्र के साथ साझेदारी के माध्यम से युवाओं में रोजगार के अवसर को सुगम बनाना, युवा कौशल आकलन की सुविधा ,उनकी रुचि और क्षमता के आधार पर सही करियर का विकल्प चुनने में मदद करना, आदि पहलुओं को पीपीटी के माध्यम से समझाया गया चतुर्थ स्तंभ में उद्यमिता और रोजगार पर चर्चा की गई।
प्रत्येक जिले में एम.एस.एम.ई. औद्योगिक पार्क का विकास, स्थानीय नवाचारों को बढ़ावा देने, और पुरस्कार एवं मान्यता देना स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर प्रदान करना जिससे युवाओं को दूर जाने की आवश्यकता न पड़े, पांचवें स्तंभ में सामाजिक पहल पर चर्चा की गई जिसके अंतर्गत युवाओं में स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देना, नशे से युवाओं को दूर करना, युवाओं का एन.एस.एस., एन.सी.सी.में जुड़ाव ,पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना खेलों के माध्यम से टीम वर्क अनुशासन को प्रोत्साहित करना आदि को पी.पी.टी के माध्यम से समझाया गया अंतिम स्तंभ में अनुश्रवण को बताया गया।
प्रत्येक दिन अलग अलग संकाय अनुसार 06 फरवरी को स्नातक कला संकाय, 07 फरवरी को स्नातक विज्ञान संकाय 08 फरवरी को स्नातक वाणिज्य संकाय के विद्यार्थियों को पी.पी.टी का प्रदर्शन किया गया। पीपीटी प्रदर्शन के पश्चात शासन द्वारा प्रदाय वीडियो का भी प्रदर्शन किया गया। दिनांक 10 फरवरी को स्नातकोत्तर कला संकाय, 11 फरवरी को स्नातकोत्तर विज्ञान संकाय 13 फरवरी को स्नातकोत्तर वाणिज्य संकाय के विद्यार्थियों को पी.पी.टी का प्रदर्शन किया गया। पी.पी.टी प्रदर्शन के पश्चात शासन द्वारा प्रदाय वीडियो का भी प्रदर्शन किया गया। यह प्रदर्शन अलग अलग दिन अलग अलग कक्षों में प्रो.मोहित कुमार दुबे द्वारा किया गया।




