रावण कुंभकरण मेघनाथ के पुतलों को अंतिम रूप देने में लगे कारीगर।

रावण कुंभकरण मेघनाथ के पुतलों को अंतिम रूप देने में लगे कारीगर।
देश के प्रसिद्ध कारीगरों के द्वारा आतिशबाजी की जा रही तैयार।
दशहरा को 55 फीट के रावण के पुतला का होगा दहन।
दशहरा को रामलीला के समापन के बाद होगा पुतला दहन।
भिंड जिले में दशहरा को लेकर लोग तैयारियों में जुट गए हैं। नवरात्रि पर्व के बाद अब दशहरा को लेकर लोग उत्साहित नजर आ रहे हैं। दशहरा के दिन जिले में जहां एक और शस्त्र पूजन होता है तो वहीं दूसरी ओर जिले में चल रही रामलीलाओं का दशहरा के दिन समापन होगा और रावण, मेघनाथ व कुंभकरण के पुतलों का दहन भी होता है। बात करें भिंड की तो भिंड में इस बार 35 फीट का रावण का पुतला बन रहा है वही जिले का सबसे बड़ा रावण का पुतला लहार कस्बे में बनाया जा रहा है, जिसकी लंबाई 55 फीट की बताई गई है।
*लहार में रामलीला का दशहरा समापन के बाद होगा पुतला दहन।* भिंड जिले के लहार कस्बे में यूपी एवं एमपी के कलाकारों के द्वारा खेड़ापति हनुमान मंदिर पर चल रही है रामलीला जिसका दशहरा के दिन समापन होगा उसके बाद भाटन ताल ग्राउंड में पुतला दहन होगा जिसे देखने के लिए सैकड़ो की संख्या में लोग पहुंचेंगे।
उत्तर प्रदेश के कारीगरों के द्वारा रावण कुंभकरण मेघनाथ के पुतलों को दिया जा रहा अंतिम रूप। लहार में दशहरा की तैयारियों को लेकर रावण, कुंभकरण एवं मेघनाथ के पुतलों को उत्तर प्रदेश के जालौन से आए मुस्लिम परिवार के कारीगरों के द्वारा अंतिम रूप दिया जा रहा है जिन्हें करीब आधा दर्जन कारीगर बनाने में लगे हुए हैं।इन पुतलों को बनने में करीब 15 से 16 दिन लग जाते हैं वही कारीगर ने बताया कि इस बार लहार में रावण का विशाल 55 फीट का पुतला बनाया जा रहा है, वही कुंभकरण एवं मेघनाथ के 45/45 फीट की पुतले बनाए जा रहे हैं।
*देश के प्रसिद्ध आतिशबाजी के कारीगरों के द्वारा आतिशबाजी का होगा प्रदर्शन!* लहार में देश के प्रसिद्ध आतिशबाजी बनाने वाले कारीगर जो उत्तर प्रदेश के जालौन से आए हैं उनके द्वारा पुतला दहन के लिए विशेष आतिशबाजी तैयार की जा रही है, जिसमें कमल के फूल और मोर जैसी आकृति आतिशबाजी चलने पर दिखाई देगी। आतिशबाजी बनाने वाले कारीगरों ने बताया कि उनके यहां यह काम दादा पर दादाओं के जमाने से होता चला आ रहा है, लहिर में वह पहली बार आतिशबाजी बनाने के लिए आए हैं दशहरा के दिन पुतला दहन पर चलने वाली आतिशबाजी को करीब 5 से 6 लोग बनाकर तैयार कर रहे हैं, इस मनमोहक आतिशबाजी एवं पुतला दहन को देखने के लिए सैकड़ो की लोग लहार के भाटन ताल पर पहुंचेंगे।
भिंड से प्रदीप राजावत की रिपोर्ट।




