मिशन वात्सल्य एवं मिशन शक्ति के तहत केंद्रीय विद्यालय भिंड में प्रशिक्षण सह कार्यशाला का हुआ आयोजन।

मिशन वात्सल्य एवं मिशन शक्ति के तहत केंद्रीय विद्यालय भिंड में प्रशिक्षण सह कार्यशाला का हुआ आयोजन।
मध्य प्रदेश शासन महिला एवं बाल विकास विभाग के निर्देशानुसार 10 दिवस की गतिविधियों का आयोजन मिशन शक्ति के तहत किया जा रहा है जिसके क्रम में कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के मार्गदर्शन एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी पवन तिवारी की निर्देशन में केंद्रीय विद्यालय भिंड में प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें पॉक्सो अधिनियम के तहत सुरक्षित असुरक्षित स्पर्श को समझाया गया, बचाव के तरीके बताए गए तथा चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई, लोगों को सार्वजनिक स्थल पर चस्पा कराया गया और महिला हेल्पलाइन वन स्टॉप सेंटर जिला हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ़ वीमेन के तहत संचालित गतिविधियों की जानकारी दी गई। पॉक्सो ई-बॉक्स, बाल कल्याण समिति के बारे में जानकारी भी दी गई। प्राचार्य अजय कुमार सक्सेना एवं लेखापाल आनंद मिश्रा उपस्थित रहे। अवगत कराया गया कि बच्चों के साथ होने वाली घटनाओं में सामान्यतः डर अथवा लालच देखा गया है अतः किसी भी परिस्थिति में लालच में बिल्कुल ना आएं और डरें बिल्कुल भी नहीं।
कार्यक्रम में बच्चों द्वारा सवाल पूछा गया कि सर फ्रॉड लिंक क्या होती है और इससे कैसे बचा जा सकता है।
छात्राओं की जिज्ञासाओं का समाधान करते हुए केंद्रीय विद्यालय में मिशन वात्सल एवं मिशन शक्ति के तहत आयोजित कार्यशाला में बाल संरक्षण अधिकारी अजय सक्सेना ने कहा कि कोई भी ऐसी लिंक जो अनाधिकृत स्रोत से प्राप्त हुई है संभावना है कि वह लिंक फ्रॉड हो सकती है सामान्यतः हमारे फोन में कई सारे ऐसे मैसेज आते हैं कि इस लिंक पर क्लिक करो और इनाम जीतो अथवा पीएम आवास योजना की जानकारी के लिए इस लिंक पर क्लिक करें या किसी व्यक्ति ने आपके लिए कुछ भेजा इस लिंक पर क्लिक करें यह सारी और इस तरह से मिलती-जुलती विभिन्न लिंक फ्रॉड लिंक ही होती है कोई भी अंजान लिंक केवल खोलने के लिए न क्लिक करें। इससे आप सुरक्षित रह सकते हैं। इसके अलावा यदि कोई भी व्यक्ति आपके निजी डेटा लेकर परेशान करता है अथवा आपके फोटो से एडिट करके कुछ छेड़छाड़ करके परेशान करता है ऐसे में घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है, तत्काल भारत सरकार के साइबर सिक्योरिटी नंबर 1930 पर कॉल करें और साइबर क्राइम पोर्टल पर रिपोर्ट करें। ऐप को प्ले स्टोर से ही डाउनलोड करना है थर्ड पार्टी ऐप को डाउनलोड ना करें साथ ही जब भी आपके फोन में कोई खराबी आए तो उसे फोन को कंपनी के अधिकृत सर्विस सेंटर पर ही सुधरवाएं।




