No Slide Found In Slider.
देश

स्वावलंबी भारत अभियान स्वदेशी जागरण मंच बेरोजगारों के लिए अच्छी पहल- सतीश कुमार।

स्वावलंबी भारत अभियान स्वदेशी जागरण मंच बेरोजगारों के लिए अच्छी पहल- सतीश कुमार।

स्वावलंबी भारत अभियान स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय सह संगठक सतीश कुमार ने स्वावलंबी भारत अभियार प्रेस वार्ता में बताया कि.लंबे समय से देश की एक प्रमुख समस्या बेरोजगारी हैं। स्वदेशी जागरण मंच ने कुछ अन्य संगठनों के साथ मिलकर देश को पूर्णतयः रोजगारयुक्त बनाने का संकल्प किया हैं। इस गैर-सरकारी पहल का नाम है स्वावलम्बी भारत अभियान। इसी वर्ष 12 जनवरी युवा दिवस की देश के सभी प्रांत केन्द्रों पर शुरूआत हुई है। इसके लिए हमने चार आधारभूत मन्त्र माने हैं: विकेंद्रीकरण, सहकारिता, स्वरोजगार या उद्यमिता तथा स्वदेशी का आग्रह सभी भारतीय स्वदेशी चिंतक इसका समर्थन करते आये है और आज भी करते हैं। इसके लिए देश के सभी 739 जिलों में तीन काम किये जायेगे। पहला है कि हर जिले में रोजगार सृजन केंद्रो की स्थापना किसी न किसी विश्विद्यालय या बड़े महाविद्यालय के साथ मिलकर की जाएगी। दूसरा काम है कि वहां के स्थानीय अर्ध व रोजगार सृजकों का उद्यमियों के साथ संवाद, सहयोग व सहकार करके इस कार्य में लगाया जाएगा। तीसरा आग्रह का बिंदु युवा शक्ति की मानसिकता में परिवर्तन करने का रहेगा ताकि युवा नौकरी मांगने वाला नहीं बल्कि नोकरी देने वाले बने। इस लिए हमने 3 करोड़ कॉलेज विद्यार्थी, 1000 विश्वविद्यालय व 53000 कॉलेजों में सक्रियता का वातावरण तैयार करना हैं। अभी तक लगभग 1200 कार्यक्रम देश के विभिन्न उच्च शिक्षण संस्थानों में सफलता पूर्वक सम्पन्न हो चुके हैं। 28 अगस्त को अंतराष्ट्रीय उद्यमिता दिवस तक देश के हर जिले में ऐसे कुल 3000 कार्यक्रम सम्पन्न हो जाएंगे।

इस अभियान के अंतर्गत आर्थिक समूह के छः संगठन भारतीय मजदूर संघ, भारतीय किसान संघ, स्वदेशी जागरण मंच, सहकार भारती, ग्राहक पंचायत, लघुउद्योग भारती तथा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद आदि 14 संगठन मिलकर यह कार्य कर रहे हैं। धीरे-धीरे अन्य स्थानीय समाजिक, आर्थिक संस्थाएं भी जुड़ती दिखाई दे रही हैं। यह एक जनांदोलन बनता जा रहा है। इन सबके तालमेल का काम स्वदेशी जागरण मंच कर रहा हैं।

देश के प्रमुख आईटी तज़ और जोहो कारपोरेशन के मालिक श्रीधर बैंबू इस अभियान के प्रथम संरक्षक बने हैं। साथ ही नरेन्द्र जाधव, कनेरी मठ के स्वामी तथा अमूल के सीईओ आर एस सोढ़ी का मार्गदर्शन अभियान संरक्षको के नाते मिला। ऐसे ही इसमें हर क्षेत्र के शीर्ष नेतृत्व को इसमें जोड़ना हैं। यह सर्वविदित है कि भारत के रोजगार कृषि 42% छोटे उद्योग
28% यानी मैन्युफैक्चरिंग से और 30% सर्विस सेक्टर से आता है। इसी को ध्यान रखकर ही आगामी योजनाएं बनाई गई है।

हमारा निष्कर्ष है कि हमें अपनी विशेषता को आंक कर उसके आधार पर बढ़ना है। जैसे की अमेरिका की सबसे प्रमुख विशेषता इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स, चीन की सस्ती मैन्युफैक्चरिंग, मध्य व पूर्वी देश की कच्चा तेल, जापान की ऑटोमोबाइल और इलैक्ट्रॉनिक, जर्मनी की उच्चस्तरीय इंजीनियरिंग और रूस के द्वारा उच्च स्तरीय शस्त्र-अस्त्र निर्माण क्षमता है। अभियान की रचना करते समय माना गया है कि भारत की सबसे बड़ी पूजी है युवा शक्ति है। यद्यपि भारत के पास कृषि भूमि दुनियां में सर्वाधिक है, सस्ती जेनेरिक फार्मसूटिकल निर्माण क्षमता दुनिया की 20%, जेनेरिक दवाईयां 40% और विभिन्न वैक्सीन्स 50% हैं। चावल उत्पादन व दूध उत्पादन भी सर्वाधिक है, आईटी क्षेत्र भी श्रेष्ठ हैं। ये चारो क्षेत्र तो हैं, परंतु सर्वाधिक महत्वपूर्ण सम्पति तो हमारी युवाशक्ति वैसे तो संख्या में यह युवा शक्ति 37 करोड़ (15–29 वर्ष) हैं। यह संख्या चीन में 27 करोड़ है, और अमरीका की तो कुल आबादी ही 34 करोड़ हैं। गर्व की बात है कि भारत की मध्यमान आयु 29 वर्ष, चीन की 37 वर्ष, अमरीका की 40 वर्ष, यूरोप की 46 व जापान की 48 वर्ष है। इसी युवा शक्ति को हमने अपना ग्रोथ इंजिन माना है। इसी जनसांख्यिकी लाभांश को हमने अपना केंद्रबिंदु माना हैं बस इसी को कुशल, स्वरोजगारी व सक्षम बनाना है ऐसा हमारा प्रयास है।

आजादी के 75 वे अमृतमहोत्सव पर स्वदेशी जागरण मंच सभी देशभक्त नागरिको का आह्वान करेगा कि आने वाले पांच वर्ष देश हम सब सामाजिक, आर्थिक व शैक्षिक संस्थान मिलजुल कर इस स्वावलंबी भारत अभियायन को सफल बनाने में जुटती है तो बेरोजगारी बीते दिनों की बात हो जाएगी और भारत पुनः बनेगा महान आज 27 अगस्त 2022 को चौधरी दिलीप सिंहं फार्मेसी कॉलेज भिण्ड में रोजगार सृजन की स्थापना का सुभारंभ किया गया।

a

Related Articles

Back to top button