नेताओं के द्वारा रक्षाबंधन पर्व मनाने पर उठ रहे सवाल। चुनाव के समय नेताओं को क्यों याद आई बहनें।

नेताओं के द्वारा रक्षाबंधन पर्व मनाने पर उठ रहे सवाल।
चुनाव के समय नेताओं को क्यों याद आई बहनें।
भिंड जिले के नेताओं का महिलाओं के प्रति अचानक हृदय परिवर्तन क्यों। मगर भिंड की जागरूक जनता अब सब जानती है, लोगों का कहना है कि अभी तक बहनों की याद किसी को नहीं आई, कई महिलाएं अपने अधिकारों से वंचित रह गई, मगर अचानक भिंड जिले के नेताओं का महिलाओं के प्रति हृदय परिवर्तन और उन्हें बहन मानकर रक्षाबंधन पर्व पर लुभावने ऑफर क्यों दिए जा रहे हैं।
भिंड जिले की मेहगांव विधानसभा क्षेत्र से एक भाजपा नेता का कहना है कि वो विशाल रक्षा बंधन का पर्व मनाने जा रहें हैं और मेहगांव विधानसभा क्षेत्र से टिकट की दावेदारी भी करते नजर आ रहे हैं।
भिंड जिले के लहार विधानसभा क्षेत्र से भी संभावित विधानसभा प्रत्याशी एक भाजपा नेता तो रक्षाबंधन पर्व से पहले ही एक कस्बे में हजारों बहनों से राखी बंधवा चुके हैं।
भिंड भाजपा विधायक संजीव सिंह का रक्षाबंधन पर्व को लेकर साफ कहना है कि उनके द्वारा सबसे पहले जिले में प्रदेश स्तरीय भिंड विधानसभा क्षेत्र की बहनों के साथ रक्षाबंधन पर्व मनाने की शुरुआत की गई थी, यह कोई उनका पहला कार्यक्रम नहीं है, इससे पहले भी वह रक्षाबंधन पर्व का आयोजन करवा चुके हैं और इस बार फिर वह रक्षाबंधन पर्व अपनी हजारों बहनों के साथ मना रहे हैं जिसका आगामी विधानसभा चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है वह हमेशा की तरह इस बार भी विशाल रक्षाबंधन पर्व 9 सितंबर को मनाने जा रहे हैं।
भिंड के आमजन का कहना है कि जिले में कई छोटे बड़े नए पुराने संभावित विधानसभा प्रत्याशी जिन्होंने अब तक महिलाओं की सुद नहीं ली और आगामी 2023 विधानसभा चुनावों के ठीक पहले ही क्यों उन्हें अपनी बहनें नजर आ रही हैं, लोगों की ओर से सवाल उठना तो लाजिमी है।
जनक्रांति 24 न्यूज के लिए भिंड से प्रदीप राजावत की रिपोर्ट।




