प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन की 6 सूत्रीय मांग। प्रेसवार्ता के जरिया बताई अपनी समस्याएं।

प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन की 6 सूत्रीय मांग।
प्रेसवार्ता के जरिया बताई अपनी समस्याएं।
भिंड में प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर शासन प्रशासन से मांग रखी है प्रेस वार्ता में जिला अध्यक्ष अवधेश कुमार शर्मा ने बताया कि उनकी 6 सूत्रीय मांगे हैं जिसमें कक्षा 1 से आठवीं तक स्थाई मान्यता प्रदान करने की मांग, प्राइवेट स्कूलों को मान्यता के लिए रजिस्टर किरायानामा वाले नियम को खत्म किया जाए, प्राइवेट स्कूल में प्रतिवर्ष मान्यता एवं संबंध का शुल्क ली जाती है जिसमें मान्यता शुल्क समाप्त किया जाए, अन्य राज्यों के बराबर एवं सत्र समाप्ति तक भुगतान करना अनिवार्य किया जाए, अशासकीय विद्यालयों में अध्यनरत बच्चों को भी शासकीय योजनाएं जैसे ई स्कूटी एवं मेडिकल तथा जेईई का लाभ दिया जाए एवं प्राइवेट स्कूल में कार्यरत शिक्षक शिक्षकों एवं कर्मचारियों और उनके परिवार को शासन द्वारा निशुल्क 10/10 लाख का आयुष्मान बीमा से लाभान्वित किया जाए। इन्हीं मांगों को प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने प्रेस वार्ता में गिनाया और कहा कि यदि इन सभी समस्याओं का समाधान समय रहती नहीं किया तो मध्य प्रदेश में 47890 प्राइवेट स्कूल एवं 867900 शिक्षक, शिक्षिका, कर्मचारी तथा विद्यालय में पढ़ने वाले करोड़ों विद्यार्थी प्रभावित होंगे। प्राइवेट स्कूल संगठन मध्य प्रदेश ने प्रदेश अध्यक्ष अजीत सिंह, जिला कोषाध्यक्ष संजीव पांडे, जिला संगठन मंत्री राजपाल सिंह, जिला अध्यक्ष अवधेश कुमार शर्मा के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में प्रेस नोट के माध्यम से निम्न मांगें रखी हैं।




