लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न की घोषणा अत्यंत सुखद और आनंददाई : पाठक।

लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न की घोषणा अत्यंत सुखद और आनंददाई : पाठक।
भिंड / प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की कि भाजपा के कद्दावर नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा।बीजेपी के पितामह कहे जाने वाले इस साल यह सम्मान पाने वाले दूसरे व्यक्ति हैं। उनसे पहले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कपूर्री ठाकुर को 26 जनवरी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
इस घोषणा के बाद भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अतुल रमेश पाठक ने कहा कि देश के वरिष्ठतम नेता और हमारे मार्गदर्शक लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न की घोषणा अत्यंत सुखद और आनंददाई है. आजादी के बाद देश के पुनर्निर्माण में आडवाणी की अहम भूमिका रही है. आडवाणी राजनीति में शुचिता के जीवंत उदाहरण है. आडवाणी को ‘भारत रत्न’ घोषित करने के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देता हूं और आडवाणी के स्वस्थ्य और दीर्घायु की प्रार्थना करता हूं ।
आडवाणी को उस समय 90 के दशक में बीजेपी के उदय का श्रेय दिया जाता है जब वह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकारों की प्रमुख पार्टी के रूप में पहली बार सत्ता में आई थी.
पाठक ने कहा कि उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर हमारे उप प्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने तक का है. उन्होंने हमारे गृह मंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में भी अपनी पहचान बनाई।आडवाणी के संसदीय हस्तक्षेप हमेशा अनुकरणीय और समृद्ध अंतर्दृष्टि वाले रहे हैं।राम मंदिर आंदोलन के लिए लालकृष्ण आडवाणी ने 63 साल की उम्र में गुजरात के सोमनाथ से अयोध्या तक रथ यात्रा निकाली थी। 25 सितंबर 1990 से शुरू हुई इस यात्रा की कमान मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संभाली थी।




