No Slide Found In Slider.
धर्मब्रेकिंग न्यूज़राज्य

हिन्दू संस्कृति की रक्षा के लिए हमें युवा पीढ़ी को धर्म और जोडऩा होगा : डॉ. सुरेश शास्त्री

ग्राम परोसा में चल रही है श्रीराम कथा

गोरमी। गोरमी तहसील के परोसा गांव में ब्रह्मलीन बाबा अतरदास महाराज की प्रथम पुण्यतिथि पर श्रीराम कथा के चौथे दिन कथा व्यास डॉ. सुरेश शास्त्री ने कहा कि आज पाश्चात्य संस्कृति के बढ़ते प्रचलन सेे जिस प्रकार से भारतीय संस्कृति के मूल्यों पर प्रहार हो रहा है, उसी के परिणामस्वरूप आज हमारी युवा पीढ़ी तेजी से भ्रमित हो रही है। ऐसे में यदि भारतीय संस्कृति वेदों, पुराणों, ग्रंथों में बताए प्रेरणा प्रसंगों का प्रसार नहीं किया गया, तो भविष्य में इसके गंभीर परिणाम हमारी भावी पीढ़ी को भुगतने पड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि विद्वान बनना आसान है। सुजान और महान बनना भी आसान है, लेकिन इंसान बनना कठिन है। श्रीराम कथा आदर्श पथ पर चलने की प्रेरणा देती है। रामकथा हमें जीवन जीने की कला सिखाती है, भगवान राम का चरित्र जहां एक ओर पारिवारिक रिश्तों की अहमियत को दर्शाता है। वहीं दूसरी ओर जाति-पाती के भेदभाव को मिटाकर मानव मात्र में सौहार्द की भावना जगाता है। इसलिए हमें जहां भी रामकथा या भागवत कथा हो रही हो हमें परिवार सहित कथा सुनने जरूर जाना चाहिए। अंत में भव्य आरती एवं विशाल संत भण्डारा हुआ। रामकथा में हजारों की भीड़ रोजाना आ रही है। आज कथा में समाजसेवी अशोक भारद्वाज, भाजपा मण्डल अध्यक्ष सुभाष थापक, गजेन्द्र भदौरिया, समाजसेवी श्रीकृष्ण कटारे, गोकुल सिंह परमार, शिवकुमार शर्मा, सोबरन सिंह सिकरवार, गिरीश पटेल, दिनेश यादव, विजय कुशवाहा, मोनू परमार, देव चौधरी सहित हजारों लोग उपस्थित थे।

a

Related Articles

Back to top button