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शहीदों, स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग और बलिदान को राष्ट्र देव के रूप में पूजें : सोनी -स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्रीनाथ गुरु की 30वीं पुण्यतिथि पर कार्यक्रम किया गया आयोजित।

भिण्ड में श्री नाथ शर्मा गुरू स्मृति समारोह समिति के तत्वाधान में शहर के वायपास रोड पर शिक्षक कॉलोनी स्थित वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. सुखदेव सिंह सेंगर के निवास पर चिंतक, विचारक, संपादक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्रीनाथ गुरु की 30वीं पुण्यतिथि पर कार्यक्रम का आयोजित किया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय शहीद मेला राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता अशोक सोनी निडर ने कहा कि देश के अमर शहीदों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के त्याग और बलिदान की स्मृति में उन्हें राष्ट्र देव के रूप में पूजने के लिए राष्ट्र धर्म स्मारक बनाकर श्रद्धांजलि देने का आग्रह करते हुए गुरू जी के सम्मान में शब्द पुष्प अर्पित करते हुए कहा कि स्वतंत्रता की बलिबेदी पर प्राण न्योछावर करने को, तन मन धन सब दांव लगाकर देश की रक्षा करने को, तृण मात्र भी नहीं थी चिंता अपनी जान गंवाने की, तान एक थी केबल मन में मां की लाज बचाने की।
मुख्य वक्ता हेमचन्द्र जैन ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्रीनाथ गुरू अन्याय और शोषण के विरोधी थे। वे किसी पर भी अन्याय और शोषण का खुलकर विरोध करते थे। अध्यक्षता कर रहे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी संगठन के भिण्ड के जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश कुशवाह ने गुरू जी के संस्मरण सुनाए। इस मौके पर डॉ. सुखदेव सिंह सेंगर, अनिल शर्मा, भानु श्रीवास्तव, बीके बौहरे ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन कवि अंजुम मनोहर ने किया। अतिथियों का सम्मान रामशंकर शर्मा पत्रकार ने किया। आभार प्रदर्शन श्रीनाथ गुरू के नाती आशुतोष शर्मा आशू ने किया।
इनका किया गया सम्मान
श्रीनाथ गुरू की पुण्यतिथि के अवसर पर वरिष्ठ चिकित्सक एवं साहित्यकार डॉ. विनोद सक्सेना एवं कराते ब्लेक बेल्ट सुश्री साक्षी श्रीवास्तव पुत्री भानु श्रीवास्तव तथा समाजसेवी देवेन्द्र कुमार जैन को शॉल, स्मृति चिन्ह एवं सम्मान पत्र भेंटकर सचेतन सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर डॉ. विनोद सक्सेना ने कहा कि गरू जी बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे। वह विद्यार्थियों, इतिहास कारों, सामाजिक स्थितियों आदि की जानकारी चाहने पर तत्काल अभिव्यक्त कर देते थे।
इन्होंने दी काव्यांजलि
कार्यक्रम में प्रदीप बाजपेयी युवराज, ऋतुराज बाजपेयी, अंजुम मनोहर, सुषमा रानी श्रीवास्तव, दर्शन लाल गौड़, पवन जैन, सतेन्द्र सिंह राजावत, गगन शर्मा, गुरू जी के नाती सतेन्द्र शर्मा, उमाकांत भारद्वाज सविता ने श्रीनाथ शर्मा गुरू जी को कविता के माध्यम से काव्यांजलि अर्पित की।
इनकी रही उपस्थित
कार्यक्रम में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी संगठन के भिण्ड कार्यकारी जिलाध्यक्ष मदन मोहन पालीवाल, सचिव सुनील दत्त शर्मा, मिजाजीलाल जैन, विक्रम जादौन, कमल किशोर शर्मा, अजय सेंगर, रविन्द्र बौहरे, गिर्राज पाण्डेय, सुरेन्द्र कटारे, दीपू बौहरे, विकाश शर्मा सहित अनेक लोग मौजूद रहे।
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय शहीद मेला राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता अशोक सोनी निडर ने कहा कि देश के अमर शहीदों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के त्याग और बलिदान की स्मृति में उन्हें राष्ट्र देव के रूप में पूजने के लिए राष्ट्र धर्म स्मारक बनाकर श्रद्धांजलि देने का आग्रह करते हुए गुरू जी के सम्मान में शब्द पुष्प अर्पित करते हुए कहा कि स्वतंत्रता की बलिबेदी पर प्राण न्योछावर करने को, तन मन धन सब दांव लगाकर देश की रक्षा करने को, तृण मात्र भी नहीं थी चिंता अपनी जान गंवाने की, तान एक थी केबल मन में मां की लाज बचाने की।
मुख्य वक्ता हेमचन्द्र जैन ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्रीनाथ गुरू अन्याय और शोषण के विरोधी थे। वे किसी पर भी अन्याय और शोषण का खुलकर विरोध करते थे। अध्यक्षता कर रहे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी संगठन के भिण्ड के जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश कुशवाह ने गुरू जी के संस्मरण सुनाए। इस मौके पर डॉ. सुखदेव सिंह सेंगर, अनिल शर्मा, भानु श्रीवास्तव, बीके बौहरे ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन कवि अंजुम मनोहर ने किया। अतिथियों का सम्मान रामशंकर शर्मा पत्रकार ने किया। आभार प्रदर्शन श्रीनाथ गुरू के नाती आशुतोष शर्मा आशू ने किया।
इनका किया गया सम्मान
श्रीनाथ गुरू की पुण्यतिथि के अवसर पर वरिष्ठ चिकित्सक एवं साहित्यकार डॉ. विनोद सक्सेना एवं कराते ब्लेक बेल्ट सुश्री साक्षी श्रीवास्तव पुत्री भानु श्रीवास्तव तथा समाजसेवी देवेन्द्र कुमार जैन को शॉल, स्मृति चिन्ह एवं सम्मान पत्र भेंटकर सचेतन सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर डॉ. विनोद सक्सेना ने कहा कि गरू जी बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे। वह विद्यार्थियों, इतिहास कारों, सामाजिक स्थितियों आदि की जानकारी चाहने पर तत्काल अभिव्यक्त कर देते थे।
इन्होंने दी काव्यांजलि
कार्यक्रम में प्रदीप बाजपेयी युवराज, ऋतुराज बाजपेयी, अंजुम मनोहर, सुषमा रानी श्रीवास्तव, दर्शन लाल गौड़, पवन जैन, सतेन्द्र सिंह राजावत, गगन शर्मा, गुरू जी के नाती सतेन्द्र शर्मा, उमाकांत भारद्वाज सविता ने श्रीनाथ शर्मा गुरू जी को कविता के माध्यम से काव्यांजलि अर्पित की।
इनकी रही उपस्थित
कार्यक्रम में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी संगठन के भिण्ड कार्यकारी जिलाध्यक्ष मदन मोहन पालीवाल, सचिव सुनील दत्त शर्मा, मिजाजीलाल जैन, विक्रम जादौन, कमल किशोर शर्मा, अजय सेंगर, रविन्द्र बौहरे, गिर्राज पाण्डेय, सुरेन्द्र कटारे, दीपू बौहरे, विकाश शर्मा सहित अनेक लोग मौजूद रहे।




