ऊमरी पुलिस द्वारा लाडली बहना योजना की किस्त बढाने के नाम पर सायबर ठगी करने वाली गैंग के तीन सदस्यों को किया गिरफ्तार।
ऊमरी पुलिस द्वारा लाडली बहना योजना की किस्त बढाने के नाम पर सायबर ठगी करने वाली गैंग के तीन सदस्यों को किया गिरफ्तार।
पुलिस अधीक्षक भिण्ड डॉ. असित यादव, अति. पुलिस अधीक्षक संजीव पाठक के निर्देशन में तथा उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय भिण्ड दीपक तोमर के मार्ग दर्शन में सायबर अपराधों की रोकथाम हेतु चलाये जा रहे अभियान के दौरान थाना प्रभारी ऊमरी व उनकी टीम द्वारा सायबर ठगी करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।
दिनांक 03/07/2025 को फरियादी अजय नरवरिया ने रिपोर्ट की कि तीन व्यक्ति मेरे घर आये और बोले कि मैं म.प्र. शासन की ओर से लाडली बहना योजना का काम देख रहा हूं। आपके घर में किसी महिला को यदि लाडली बहना योजना का लाभ मिलता हो तो मैं उसके 1250 रुपये की जगह 3000 रुपये करा दूंगा। इसके लिये मुझे 5000 रुपये व लाभार्थी का आधार कार्ड व बैंक पासुबक देना पड़ेगी। उक्त तीनो व्यक्तियों द्वारा योजना के पैसे बढ़ाने के नाम पर 5000 रुपये ठग लिये व मेरी पत्नी का आधार कार्ड, बैंक पासबुक व कुर्सी पर रखा मेरा मोबाइल चोरी कर ले गये। फरियादी की रिपोर्ट पर उक्त आरोपीगणों के विरुद्ध अपराध क्र. 142/2025 धारा 318(4),303(2),3(5) बीएनएस पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। विवेचना के दौरान दिनांक 07/07/2025 को ग्राम पाण्डरी के ग्रामीणों ने सूचना दी कि तीन लडके गांव में आकर लाडली बहना योजना की किस्त बढाने के नाम पर बैंक पासबुक व आधार कार्ड मांग रहे है जो संदिग्ध प्रतीत हो रहे है। उक्त सूचना पर तत्काल रवाना होकर ग्राम पाण्डरी पहुंचा तो ग्रामीणों ने बताया कि तीन लडके पतले दुबले है जिनकी उम्र 20-25 वर्ष है लाडली बहना योजना की किस्त बढ़ाने के नाम पर पासबुक व आधार कार्ड मांग रहे थे जिनको बैठाने का प्रयास किया लेकिन वह यहां से भाग गये। बाद उक्त आरोपियों का पीछा एवं सचिंग करने पर ग्राम बझाई से तीनो लडको को गिरफ्तार किया जिनके द्वारा ग्वालियर का होना बताया। पूछताछ पर आरोपीगणों द्वारा बताया गया कि हम लोग भोले-भाले लोगों को धोखा देकर लालड़ी बहना योजना एवं अन्य शासकीय योजनाओं के पैसे दिलवाने के नाम पर उनसे बैंक पासबुक, आधार कार्ड, एटीएम कार्ड, चैकबुक, सिम कार्ड ठग लेते है तथा इन सबके माध्यम से हम इन लोगों के कई अकाउंट खोलकर सायबर ठगों को बिहार, झारखंड, हरियाणा में 15 से 20 हजार रूपये में बेच देते है। कई बार बहुत सारे लोग लालच में अपने अकाउंट हमें 2 से 5 हजार रुपये में अपने आप भी दे देते है। जिन्हे हम सायबर ठगों को बेचते है। आरोपीगणों की तलाशी लेने के पास से एटीएम कार्ड, कई पासबुक, चैकबुक तथा कई सिमें प्राप्त हुई है। तथा आरोपियों से फरियादी की पत्नी की बैंक पासबुक, आधार कार्ड, फरियादी का चोरी हुआ मोबाइल भी जप्त किया गया। आरोपीगणों को जे. आर. पर माननीय न्यायालय पेश किया गया। जत मसरूका का विवरणः-
1- 08 एटीएम कार्ड, 06 सिम कार्ड, 05 बैंक पासबुक, 06 चैकबुक, 03 मोबाइल, 2900 रुपये नगद, 01आधार कार्ड,
सराहनीय भूमिकाः-उक्त उल्लेखनीय कार्य में उ.नि. अमित सिकरवार, आर. शैलेन्द्र सिंह, राहुल तोमर, सनी यादव, आलेश यादव, सोनू दुबे, रविन्द्र उपाध्याय, आलोक सेंगर, प्रवीण यादव, संदीप सिंह, अविनाश शर्मा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।




