बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत एनसीसी शिविर में प्रशिक्षण सह कार्यशाला का हुआ आयोजन।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत एनसीसी शिविर में प्रशिक्षण सह कार्यशाला का हुआ आयोजन।
कलेक्टर भिंड के मार्गदर्शन एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास के निर्देशन में 30एमपी एनसीसी बटालियन भिंड द्वारा आयोजित शिविर आईटीआई परिसर में अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में मिशन शक्ति के उपघटक बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें 30 एमपी एनसीसी बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल कुलवंत सिंह, महिला एवं बाल विकास विभाग से प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी परसराम शर्मा, बाल संरक्षण अधिकारी अजय सक्सेना, एनसीसी अधिकारी रविकांत सिंह, संजय राणा, अन्य साथी अधिकारी पॉक्सो सपोर्ट पर्सन राहुल राजपूत और सभी एनसीसी कैडेट उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस की थीम सभी महिलाओं और लड़कियों के लिए अधिकार समानता और सशक्तिकरण पर चर्चा करते हुए बाल संरक्षण अधिकारी अजय सक्सेना के द्वारा अवगत कराया गया की जेंडर, महिला सशक्तिकरण, सशक्त नारी यह केवल शब्द मात्र नहीं है अपितु एक लंबे संघर्ष की कहानी है, नारी वास्तव में शक्ति का प्रतिरूप है और अगर शक्ति ही कहें तो इसमें कोई भी अतिश्योक्ति नहीं होगी। नारी ने न केवल ग्रहणी बनकर घर संभाला है अपितु अच्छी प्रशासक बनकर देश प्रदेश भी कुशलता से चलाए हैं, वर्तमान में सेना में भी महिलाएं हैं। गार्गी, मैत्रीयी, अपाला, लोपामुद्रा जैसी विदुषी महिलाओं ने समाज को नई दिशा दी है और आज का दौर आपके सामने है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की बात हमें न केवल बेटों से करनी है अपितु बालिकाओं के परिजन और समाज के हर उस तबके से करनी है जो बालिकाओं की प्रगति में किसी भी प्रकार की बाधक हो, हमें बालिकाओं, महिलाओं को ऐसा वातावरण प्रदान करना है जहां पर वह अपनी प्रतिभा का अधिकतम से अधिकतम उपयोग कर अपने आपको प्रतिष्ठित कर सकें। कार्यक्रम में चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 साइबर हेल्पलाइन 1930 पोक्सो ई वॉक्स, किशोर न्याय अधिनियम, बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम, बाल अधिकारों पर विस्तार से चर्चा की गई।
कार्यक्रम के अगले चरण में प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी परशराम शर्मा द्वारा एनसीसी कैडेट से शिक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष चर्चा की गई वर्तमान में पोषण माह के संबंध में जन्म के प्रथम हजार दिवस पर क्या खान-पान हो और किस तरह से सुरक्षित रहे के बारे में विस्तार से बताया कार्यक्रम के अंत में क्विज रखा गया जिसमें सही जवाब देने वाले छात्रों को पुरस्कृत किया, सभी छात्रों को प्रशिक्षण किट प्रदाय की गई।




